औरंगाबाद

Published: Dec 17, 2021 09:36 PM IST

MSEDCLकिसानों से अनुरोध है कि वर्तमान के दो बिजली बिलों का भुगतान कर सहयोग करें : ऊर्जा मंत्री डॉ. नितिन राउत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद : एमएसईडीसीएल (MSEDCL) एक ग्राहक (Customer) है। MSEDCL बिजली उत्पादन कंपनियों सहित निजी बिजली उत्पादन कंपनियों (Private Power Generation Companies) से बिजली खरीदकर सभी स्तरों के उपभोक्ताओं (Consumers) को बिजली की आपूर्ति करता है। अत्यधिक बारिश, कोरोना और बढ़ते बकाया के कारण MSEDCL पर 71,000 करोड़ रुपये का बकाया है। ऋण की किश्त, ब्याज, खरीदी गई बिजली का भुगतान करके ही बिजली की आपूर्ति संभव है। इसके लिए किसानों से अनुरोध है कि वर्तमान के दो बिजली बिलों का भुगतान कर सहयोग करें। संचालन डॉ. नितिन राउत ने किया।

एमएसईडीसीएल औरंगाबाद क्षेत्रीय कार्यालय में विभाग के जनप्रतिनिधियों के साथ विशेष बैठक की गई। इस अवसर पर आ. हरिभाऊ बागड़े, बी. प्रशांत बम, बी. उदय सिंह राजपूत, नगर कांग्रेस अध्यक्ष हिशाम उस्मानी, एमएसईडीसीएल औरंगाबाद क्षेत्रीय कार्यालय के सह प्रबंध निदेशक डॉ. मंगेश गोंडावाले, महाट्रांसपोर्ट कंपनी के निदेशक परियोजना नासिर कादरी, औरंगाबाद मंडल के मुख्य अभियंता भुजंग खंडारे उपस्थित थे।

खरीदी गई बिजली के लिए आपको हर महीने भुगतान करना होगा

ऊर्जा मंत्री डॉ. नितिन राउत ने आगे बोलते हुए कहा कि एमएसईडीसीएल महानिरमिथी और अन्य निजी कंपनियों से अनुबंध के आधार पर बिजली खरीदता है। इस खरीदी गई बिजली के लिए आपको हर महीने भुगतान करना होगा। साथ ही भीगे सूखे, बिजली बकाया बढ़ने, कोरोना के कारण बढ़े बकाया, बकाये का पहाड़ बढ़ता ही जा रहा है। नतीजतन, राज्य पर 71,000 करोड़ रुपये का बकाया है। बैंक ऋण की किस्तें और ब्याज, केंद्र से बिजली एक्सचेंज से लिए गए बिजली बिल, रोहिता की मरम्मत के लिए नियुक्त एजेंसियों को पैसा देना होगा। नहीं तो बिजली नहीं आएगी। इसके चलते बिजली आपूर्ति असंभव हो गई है। किसानों को बिजली बिल में राहत देने के लिए कृषि नीति 2020 लागू की जा रही है। एकत्र किए गए बिलों का उपयोग क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाएगा। कंपनी आर्थिक रूप से सक्षम होने पर ही सभी प्रकार के उपभोक्ताओं को रियायती दर पर बिजली की आपूर्ति करना संभव होगा। उन्होंने किसानों से मौजूदा दो बिजली बिलों का भुगतान कर सहयोग करने की अपील की।

जांच कर संबंधित को निर्देश दिए गए हैं

इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने किसानों से मौजूदा बिल का भुगतान करने की मांग की। यदि राज्य कृषि पंपों के बिजली बिल के लिए विशेष वित्तीय सहायता प्रदान करता है तो रियायतें दी जा सकती हैं। अन्यथा, यदि आप एक कंपनी चलाना चाहते हैं, तो आपको कम से कम दो वर्तमान बिजली बिलों का भुगतान करना होगा। नितिन राउत ने सवाल का जवाब देते हुए सफाई दी। MSEDCL दोषपूर्ण रोहिता के परिवहन के लिए जिम्मेदार है। इसके लिए किसी को भुगतान नहीं करना पड़ता है। यदि इस संबंध में कोई शिकायत मिलती है तो उसकी जांच कर संबंधित को निर्देश दिए गए हैं।

33 केवी सबस्टेशन सहित अन्य कार्यों को समय पर पूरा नहीं किया गया

कुछ स्थानों पर ठेकेदारों द्वारा 33 केवी सबस्टेशन सहित अन्य कार्यों को समय पर पूरा नहीं किया गया। इस संबंध में पूछताछ की गई है और संबंधितों को समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को कन्नड़ और नागद में इंजीनियरों के रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों को सुचारू बिजली आपूर्ति के लिए सोयागांव निर्वाचन क्षेत्र में 132 केवी सबस्टेशन बनाने के भी निर्देश दिए। सोयागांव निर्वाचन क्षेत्र में सौर ऊर्जा उत्पादन के कारण संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्रॉस लाइन में इंसुलेटर कंडक्टर लगाने के निर्देश दिए गए। ग्राहकों की संख्या और आय के स्रोत बने तो गंगापुर मंडल का विभाजन किया जा सकता है। कुछ किसानों पर भारी बकाया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें बिजली बिल भरने की छूट भी दी गई थी। जिन क्षेत्रों में ध्रुव मुड़े हुए हैं, तारे मुड़े हुए हैं, रोहित्रा मुड़े हुए हैं। डीपी बॉक्स खुले हैं। संबंधित इंजीनियरों को ऐसे स्थानों पर कार्य करने के निर्देश दिए गए।