औरंगाबाद

Published: May 29, 2022 07:40 PM IST

Aurangabad Municipal Corporationऔरंगाबाद महानगरपालिका प्रभाग रचना का प्रारुप सोशल मीडिया पर वायरल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद : बीते कुछ दिनों से शहर में महानगरपालिका चुनाव (Municipal Election) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां (Political Enthusiasts) तेज हो चुकी है। ऐसे में चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा महानगरपालिका को प्रभाग रचना (Division Composition) का प्रारुप (Format) में कुछ बदलाव कर उसे पेश करने के निर्देश दिए है। प्रभाग रचना का प्रारुप चुनाव आयोग द्वारा प्रसिध्द होने से पूर्व ही सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हुआ है। इस काम को महानगरपालिका के प्रतिदिन वेतन पर काम करने वाले कर्मचारियों ने अंजाम देने का शक जताया जा रहा है। इस मामले को औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ ने गंभिरता से लेकर राज्य चुनाव आयोग के पास शिकायत करने का निर्णय लिया है। 

प्रभाग रचना का प्रारुप राज्य चुनाव आयोग द्वारा प्रसिध्द किया जाता है

मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों महानगरपालिका प्रशासन द्वारा महानगरपालिका के प्रभाग रचना के प्रारुप को अंतिम करने के हलचले तेज हो चुकी है। इसी दरमियान आयोग के पास पेश किया हुआ प्रारुप लिक हुआ है। प्रारुप के कुछ पन्ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए है। प्रभाग रचना का प्रारुप राज्य चुनाव आयोग द्वारा प्रसिध्द किया जाता है। इस विभाग में डेली वेज पर कार्यरत कर्मचारियों ने ही इसे लिक किए जाने की चर्चा जोरों पर है। इस मामले को औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ ने गंभिरता से लेकर सोमवार को राज्य चुनाव आयेाग के पास शिकायत करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि वे मुंबई में राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर इस मामले की शिकायत करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि औरंगाबाद महानगरपालिका में जो प्रभाग बनाए गए है, वह काफी गलत पद्धति से बने है। इसमें कुछ लोगों के मर्जी का अधिक खयाल रखा गया है। इसमें और अधिक सुधार करने की जरुरत है। बता दे, कि राज्य चुनाव आयोग के आदेश पर महानगरपालिका प्रशासन ने दिसंबर 2011 में बहुसदस्यीय प्रभाग पद्धति के अनुसार प्रभाग रचना का प्रारूप तैयार कर उसे राज्य चुनाव आयोग पास पेश किया था। चुनाव आयोग के निर्देश पर उसमें मामूली सुधार कर उसे प्रसिध्द किया जाना था। उससे पूर्व ही वह लिक हुआ है। प्रभाग रचना का प्रारुप राज्य चुनाव आयोग ही प्रसिध्द करता है। तब तक उसे गोपनीय रखा जाता है। 

बता दे, कि बीते कुछ दिनों से शहर में महानगरपालिका चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी है। ऐसे में चुनाव आयोग द्वारा महानगरपालिका को प्रभाग रचना का प्रारुप में कुछ बदलाव कर उसे पेश करने के निर्देश दिए है। प्रभाग रचना का प्रारूप चुनाव आयोग द्वारा प्रसिध्द होने से पूर्व ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस काम को महानगरपालिका के प्रतिदिन वेतन पर काम करनेवाले कर्मचारियों ने अंजाम देने का शक जताया जा रहा है। इस मामले को औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ ने गंभिरता से लेकर सोमवार को राज्य चुनाव आयोग के पास शिकायत करने का भी निर्णय लिया है।