औरंगाबाद

Published: Oct 19, 2021 09:30 PM IST

Waqf Property Scamवक्फ बोर्ड आक्रामक : गृह मंत्री ने तत्काल मामला दर्ज करने का दिया निर्देश, वक्फ संपत्ति घोटालों की जांच करेगी सीआईडी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद. सोमवार की सुबह महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड (Maharashtra State Waqf Board) के सभी सदस्यों ने मुंबई में महाविकास अघाड़ी के सांसद शरद पवार (Sharad Pawar) और महाराष्ट्र के गृह मंत्री (Home Minister) दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) से मुलाकात की। जिला स्तर के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के सदस्य सांसद इम्तियाज जलील, सांसद फौजिया खान, विधायक वजाहत मिर्जा, खालिद बाबू कुरैशी, ए.यू. पठान, समीर काजी, मुदस्सिर लांबे, शेख हसनैन शकर, मौलाना हफीज अतहर अली और वक्फ बोर्ड के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक यशवंतराव चव्हाण हॉल, कोलाबा में महाविकास अघाड़ी के मुख्य नेता सांसद शरद पवार के साथ हुई। बैठक के दौरान वक्फ बोर्ड के सभी सदस्यों ने सांसद शरद पवार से वक्फ बोर्ड को अपडेट करने और वक्फ संपत्ति और कार्यों के लंबित प्रस्तावों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार से विशेष पैकेज का अनुरोध करने को कहा।

साथ ही, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजस्व मंत्री, अल्पसंख्यक मंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, विभिन्न विभागों में वरिष्ठ सचिव और चार्टर्ड अधिकारियों ने संयुक्त रूप से महाराष्ट्र में केंद्र और राज्य सरकारों और वक्फ बोर्ड से करोड़ों रुपये के विभिन्न विकास प्रस्तावों को प्राप्त करने के लिए एक बैठक आयोजित करने की मांग की। वक्फ बोर्ड के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों की गंभीरता को देखते हुए, सांसद शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर वक्फ संपत्ति से संबंधित सभी लंबित मांगों, शिकायतों और मुद्दों पर उचित निर्णय लेने के लिए जल्द संयुक्त बैठक बुलाने की जानकारी दी।

वक्फ संपत्ति घोटाले में अपराध तुरंत दर्ज करने के निर्देश 

करोड़ों रुपये के वक्फ संपत्ति घोटाले को लेकर महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के सभी सदस्यों की महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के साथ उनके सरकारी आवास पर अहम बैठक हुई। वक्फ संपत्ति को अवैध रूप से हस्तानांतरित कर करोड़ों रुपये के घोटाले में विभिन्न धाराओं के तहत 5 अपराध दर्ज कर ठाणे, बीड, पुणे और परभणी समेत महाराष्ट्र में पांच जगहों पर कानूनी कार्रवाई की गई। इन सभी मामलों की जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि फर्जी एनओसी के जरिए करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई है। गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल को मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न थानों में दर्ज मामलों की गहन जांच के लिए सभी मामले सीआईडी  को सौंपने को कहा गया, क्योंकि यह निष्कर्ष निकला कि राजस्व विभाग और वक्फ के कुछ अधिकारी इसमें बोर्ड शामिल था।

बैठक के दौरान, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने महाराष्ट्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) राजेंद्र सिंह को राज्य के पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को कथित वक्फ संपत्ति घोटाले और धोखाधड़ी की तुरंत जांच के लिए एक लिखित आदेश जारी करने का निर्देश दिया।