महाराष्ट्र

Published: Jan 15, 2021 09:54 PM IST

ग्राम पंचायत चुनावमहाराष्ट्र में ग्राम पंचायत के चुनाव संपन्न, 18 को नतीजे

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में शुक्रवार को 12 हजार 631 ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) पर चुनाव (Election) शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न हो गया। मतदान की प्रक्रिया शुक्रवार की सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 5.30 बजे तक चली। वोटिंग (Voting) खत्म होने के बाद अब सबकी निगाहें 18 जनवरी को होने वाली काउंटिंग (Counting) पर टिक गई। 

जनमत के लिहाज से इस चुनाव को महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार का पहला एसिड टेस्ट माना जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा ग्राम पंचायतों पर अपने उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए महाराष्ट्र विकास आघाड़ी में शामिल शिवसेना (Shiv Sena), एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) में होड़ मची थी।

कुछ जगहों पर टकराव

महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत के चुनाव का दौरान कुछ जगहों पर हिंसा की मामूली वारदात हुई। दौंड तालुका के कुसगांव में दो समूहों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। डोंबिवली में एक उम्मीदवार के रिश्तेदार को पुलिस ने पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा। यह घटना डोंबिवली के खोनी ग्राम पंचायत में हुई। पैसा बांटने वाले व्यक्ति का नाम आकाश थोंबरे था और उसकी चाची चुनाव मैदान में खड़ी थीं। सांगली के लेंगरेवाड़ी गांव में बीजेपी और शिवसेना कार्यकर्ताओं के बीच बहस हुई। एक बीजेपी कार्यकर्ता के शरीर पर दोपहिया वाहन चढ़ाने का प्रयास किया गया। इससे कुछ समय के लिए तनाव हो गया था।

ईवीएम ने दिया धोखा

हिंगोली के वासमात तालुका में लोन बुद्रुक के वार्ड नंबर 1 में सुबह 10 बजे तक मतदान शुरू नहीं हुआ था। ग्राम विकास पैनल के प्रमुख बाबन होलपडे ने आरोप लगाया कि ईवीएम मशीन पर  चुनाव चिन्ह  को बदल दिया गया था। नंदगांव तालुका के अमोड में भी ईवीएम मशीन के बंद होने के कारण सुबह 2 घंटे तक मतदान प्रक्रिया ठप रही। इसी तरह की घटना दाहेगांव ग्राम पंचायत में तालुका में हुई थी, जहां ईवीएम बंद होने के कारण मतदान बाधित हुआ। मनमाड की पनवाड़ी ग्राम पंचायत में ईवीएम मशीन से उम्मीदवारों के नाम गायब होने के कारण मतदान प्रक्रिया बाधित हुई। कोल्हापुर के सडोली खालसा में भी ईवीएम बंद होने की शिकायत मिली। धुले तालुका में भी ईवीएम में ख़राबी की वजह कावठी मतदान केंद्र पर वोटिंग एक घंटे की देरी से शुरू हुई।

अन्ना हजारे समेत कई मंत्री व नेताओं ने किया मतदान

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने ग्राम पंचायत चुनाव में अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को मजबूत करना है, तो वोट देने के अधिकार का इस्तेमाल  किया जाना चाहिए। अन्ना ने रालेगण सिद्धि जिला परिषद के मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। राज्य की महिला और बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने अमरावती जिले के अपने गांव मोजारी में मतदान का अधिकार का प्रयोग किया। सांसद रेखा खडसे ने अपने ससुर एकनाथ खडसे के बिना पहली बार मतदान के अधिकार का प्रयोग किया। एनसीपी विधायक रोहित पवार ने पिपली लिमिटेक में अपने परिवार के साथ वोट डाला।