जलगांव

Published: Sep 30, 2021 06:10 PM IST

Jalgaon Crimeपुलिस महानिरीक्षक का मास्टर प्लान, जिले में आने वाले अवैध हथियारों पर लगेगी रोक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

जलगांव. पिछले सप्ताह शहर में लगातार हुई फाईरिंग की घटनाओ से यहां दहशत और घाबराहट का  माहौल बना हुआ है। पहले हुई एक घटना में जमानत पर रिहा हुए हत्या के अभियुक्त को मार गिराया गया, तो दूसरी घटना में भी हत्या के आरोप में जमानत पर छुटे आरोपी पर जानलेवा  हमला हुआ।  सौभाग्यवश वह बच गया।  उल्लेखनीय की दोनों अलग-अलग घटनाओं में देसी कट्टे का उपयोग किया गया।

भुसावल और जिले में लगातार किसी ना किसी से अवैध रूप से इस प्रकार के हथीयार बरामद होते रहे है। जिससे कानून व्यवस्था खतरे में आ गई है।  इस के चलते नाशिक परिक्षेत्र के पुलीस महासंचालक शेखर ने मास्टर प्लान बनाया है।  जिससे में मध्य प्रदेश पुलिस प्रशासन का सहयोग लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। जलगांव शहर में 21 सितंबर को भुसावल की एक हत्या की घटना के आरोपी धम्मप्रिया सुरडकर की गोली मारकर हत्या की गई थी। धम्मप्रिया पर कैफ शेख की हत्या का आरोप होने से नवंबर 2020 से वह जेल में था।  21 को उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था।  भुसावल से आये अपने पिता मनोहर के साथ भुसावल की ओर जा रहे धम्मप्रिया पर  शहर के समीप गोलीबारी हुई, जिसमें उसकी घटनास्थल पर मौत हो गई, तो पिता मनोहर घायल हुए थे।  कैफ की हत्या होने पर उसके दोनों भाईयो ने धम्मप्रिया की हत्या कर खून का बदला खून से लेने से जलगांव और भुसावल में घबराहट के साथ तनाव फैल गया था। 

जलगांव शहर में उक्त घटना के तिसरे दिन 23 सितंबर की सुबह दूसरी घटना हुई जो बदले की आग ही थी।  आकाश मुरलीधर सपकाले जो पिछले नवंबर में हुई पूर्व महापौर अशोक सपकाले के पुत्र राकेश की हत्या का संदिग्ध आरोपी है।  राकेश की निर्मम हत्या के आरोप में अरेस्ट आकाश हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था।  23 की सुबह अशोक सपकाले के दूसरे पुत्र और उसके सहयोगी ने उसके घर में घुसकर फायरिंग की।  चार राउंड फायर करने पर भी  आकाश बच गया।  घटना के बाद शहर में घबराहट और दहशत फैल गयी थी। 

संयुक्त रूप से अभियान छेड़ने की तैयारी

लगातार हुई इन घटनाओं के बाद नाशिक परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक शेखर तत्काल जलगांव पहुंचे।  घटनास्थल का उन्होंने भी जायजा लिया।  पश्चात पुलिस बल की हुई बैठक में उन्होंने अवैध रूप से आ रहे हथियारों की तस्करी रोकने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस प्रशासन के साथ संयुक्त रूप से  अभियान छेड़ने की तैयारी की है।  जिले के चोपडा तहसील से लगकर सतपुडा पहाड़ी क्षेत्र में उमरटी नामक गांव जो मध्य प्रदेश में है।  वहीं देसी कट्टे बनाने के कारखाने है, जहां से मात्र 5 या 7 हजार में देसी कट्टा उपलब्ध होता है।  जलगांव शहर, भुसावल और जिले में कई अपराधी इस प्रकार के हथियार से लैस है।