जलगांव

Published: Dec 24, 2022 03:39 PM IST

Death in Hospitalप्रसूति के बाद मां की मौत, परिजनों ने बच्चे को गोद में लेकर किया आंदोलन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

जलगांव : जलगांव शहर (Jalgaon City) के समता नगर की आरती गवली की प्रसव (Delivery) के बाद इलाज के दौरान मौत (Death) हो गयी। जिला अस्पताल (Hospital) के डॉक्टरों (Doctors) की लापरवाही से विवाहिता की मौत का आरोप लगाते हुए संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई (Action) करने की मांग मृतक के परिजनों ने की है। प्रसव के बाद माता की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई, इसलिए संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन करने के बाद जिला अस्पताल में बच्चे को गोद में लेकर आंदोलन कर रहे परिजनों ने अपना आंदोलन (Agitation) वापस लिया। 

समता नगर की आरती गवली को प्रसव के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। प्रशिक्षु डॉक्टर ने सीजेरियन सेक्शन कर महिला की डिलीवरी कर दी। डिलीवरी के बाद बच्चे को जन्म देने वाली मां का ब्लड प्रेशर होने के कारण मां की हालत चिंताजनक हो गई। मां की तबीयत खराब होने की जानकारी उसके परिजनों को देने के बाद डॉक्टरों ने आरती को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करने की सलाह दी। डॉक्टरों ने तीन से चार घंटे तक मां को दूसरे अस्पताल में भेजने की प्रक्रिया में ही लगा दिए, जिससे मां की हालत और खराब हो गई। जैसे तैसे बच्चे की मां को रात 1 बजे निजी अस्पताल में लाया गया। अगली सुबह मां आरती गवली की मौत हो गई। 

लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

आरती की मौत के बाद उसके परिजन आरती के शव को मेडिकल कॉलेज में लेकर आए और मेडिकल कालेज प्रशासन पर आरोप लगाया कि अप्रेंटिस डॉक्टर की लापरवाही के कारण आरती की मौत हुई है। मृतका के आक्रोशित परिजनों ने जिला अस्पताल के मुख्य दरवाजे के पास नवजात बच्ची को गोद में लेकर प्रदर्शन किया और लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। 

अस्पताल के अधिकारी घटना की पूछताछ करेंगे

मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आरपीआई शहर अध्यक्ष अनिल अडकमोल के नेतृत्व में किया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे पूरी घटना के बारे में पूछताछ करेंगे। धुलिया में बंद कमरे में पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए जाने के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया।