महाराष्ट्र

Published: Mar 15, 2023 01:59 PM IST

Angry Ajit Pawarमहाराष्ट्र: मंत्रियों पर गुस्साए अजित पवार ने कहा 'शर्म आनी चाहिए', DCM देवेंद्र फडणवीस ने मांगी माफी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में कब क्या हो जाएं यह कोई नहीं बता सकता। कुछ ऐसी ही खबर अब सामने आई है। दरअसल विपक्ष के नेता अजीत पवार अनुपस्थित विधायकों और मंत्रियों से नाराज थे। ऐसे में उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, ‘लोगों की नहीं, लेकिन खुद के मन को शर्म आनी चाहिए। क्यों बनाया जा रहा है मंत्री? ” महाराष्ट्र देख रहा है, एक मंत्री मौजूद नहीं है,” इस उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने माफी मांगी है। आज बजट सत्र में सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री उपस्थित नहीं थे। इससे अजित पवार बेहद नाराज थे। 

मैं सरकार में मंत्री था तब… 

जब मैं सरकार में मंत्री था तो मैं सुबह 9 बजे सदन में उपस्थित होता था। लेकिन आज सुबह 9:30 बजे काम शुरू हुआ लेकिन हॉल में एक भी मंत्री मौजूद नहीं है। कम से कम संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल मौजूद रहें। उन्हें लोगों से नहीं खुद के मन से शर्म आनी चाहिए। क्यों बनाया जा रहा है मंत्री? अजित पवार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि महाराष्ट्र एक ऐसे मंत्री को देख रहा है जो मौजूद नहीं है। 

देवेंद्र फडणवीस, हम आपको एक वरिष्ठ के रूप में देखते हैं, कृपया मंत्रियों को चेतावनी दें। पवार ने मांग की कि चंद्रकांत पाटिल को कार्य में शामिल नहीं होना चाहिए यदि उनके लिए संसदीय कार्य मंत्री के रूप में कार्य में शामिल होना संभव नहीं है।

सदन में उपस्थित क्यों नहीं हैं?

अगर आप मंत्री बनने के लिए इधर-उधर जा रहे हैं तो आप सदन में उपस्थित क्यों नहीं हैं? सत्ता पक्ष विधायिका की गरिमा बनाए रखने में विफल हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से शासक सदन की रीति-रिवाजों को तोड़ रहे हैं। सदस्य सदन में तरह-तरह के शस्त्रों का प्रयोग कर सवाल उठाते हैं, लेकिन उनका जवाब देने के लिए मंत्री सदन में मौजूद नहीं रहते। ऐसा अक्सर हो रहा है। 

DCM देवेंद्र फडणवीस ने मांगी माफी

इसलिए ध्यानाकर्षण नोटिस को बार-बार टालने की शर्म सदन को आ रही है। संसदीय कार्य मंत्री, जो सदन को ठीक से चलाने के लिए जिम्मेदार होता है, सदन के कार्य में समन्वय करने में विफल रहने के कारण स्वयं अक्सर सदन से अनुपस्थित रहता है। यदि वे ऐसा नहीं कर सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। कई लोग मंत्री पद पाने के लिए आगे-पीछे पैरवी कर रहे हैं, तो ये मंत्री सदन के कामकाज के घंटों के दौरान अनुपस्थित क्यों हैं? अजित दादा ने भी यही सवाल पूछा था। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी अजितदाद की आपत्ति का संज्ञान लिया। मैं अजीत पवार द्वारा उठाए गए मामले के लिए माफी मांगता हूं। हम मंत्रियों को जरूर समझाएंगे कि वे सदन में मौजूद रहें।