महाराष्ट्र

Published: Apr 13, 2023 11:03 AM IST

Maharashtra Heat Stroke Death महाराष्ट्र: सावधान! बच्चों के लिए धूप बन रही है जानलेवा, हीट स्ट्रोक से 5 साल की मासूम बच्ची की मौत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

महाराष्ट्र: इन दिनों महाराष्ट्र में गर्मी अपना कहर बरपा रही है। जी हां आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कुछ जिलों में पारा 41 डिग्री से ऊपर है। मुंबई, ठाणे, पुणे, भुसावल, जलगांव, सोलापुर में तापमान बहुत ज्यादा बढ़ गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में लू लगने से एक और मौत हो गई है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर…. 

लू लगने से 5 वर्षीय बच्चे की मौत 

आपको बता दें कि हिंगोली (Hingoli) जिले में गर्मी का पारा तेजी से चढ़ा है। जी हां दरअसल यहां लू लगने से 5 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक, कान्हेरगांव नाका इलाके में यह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। ऐसे में अब आपसे निवेदन है कि इस बढ़ती गर्मी में अपने बच्चों का ध्यान रखें और उन्हें धूप में बाहर न निकलने दें। 

उल्टी दस्त और अचानक बुखार

मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची का नाम नंदिनी शंकर खंदारे है। वाशिम में एक निजी चिकित्सक ने माता-पिता को सूचित किया कि उसकी मौत लू लगने से हुई है। बता दें कि कन्हेरगांव नाका के शंकर खंदारे की मासूम बच्ची नंदिनी को उल्टी दस्त और अचानक बुखार आने पर वाशिम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इस बच्ची की मौत हो गई। 

हीट स्ट्रोक से बच्ची की मौत 

जैसे ही नंदिनी की तबियत बिगड़ती है तो उसे अस्पताल ले जाय जाता है और उसका इलाज शुरू होता है। डॉक्टर ने इस बारे में बताया है कि  बुखार उसके सिर पर चढ़ने के कारण उसे हीट स्ट्रोक हुआ। इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। इससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। फ़िलहाल इस घटना से हिंगोली में हड़कंप मचा हुआ है। 

हीट स्ट्रोक के क्या लक्षण हैं?

जानकारी के लिए आपको बता दें कि हीट स्ट्रोक के कुछ लक्षण है, जो आपको महसूस होते ही आप इसका तुरंत इलाज करा सकते है। इसमें चक्कर आना, मानसिक परिवर्तन, जी मिचलाना इसके प्राथमिक लक्षण हैं। हीटस्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर हो जाता है और शरीर की खुद को ठंडा करने की क्षमता खत्म हो जाती है। ऐसे में आप अपना और अपने बच्चे का ख्याल रखिये। 

ऐसे रखें बच्चे का ख्याल 

इस तरह आप हीट स्ट्रोक से खुद को बचाने के लिए और आपने बच्चे को बचाने के लिए यह सब सावधानियां बरत सकते है।