महाराष्ट्र
Published: Oct 01, 2023 04:29 PM ISTMaharashtra Swacchta Abhiyanमहाराष्ट्र: स्वच्छता अभियान से जुड़े राज्यपाल, सीएम शिंदे और DCM फडणवीस, गिरगांव चौपाटी पर किया श्रमदान
मुंबई: महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को एक अक्टूबर को ‘स्वच्छांजलि’ देने के लिए ‘स्वच्छता के लिए एक घंटे श्रमदान’ करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के आह्वान पर रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर नागरिकों के साथ स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने भी गिरगांव चौपाटी पर इस अभियान में हिस्सा लिया।
https://twitter.com/mieknathshinde/status/1708410814074683518
देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। इस अभियान में सरकार के साथ-साथ आम लोग भी बड़े पैमाने पर शामिल हुए।
गड किले स्वच्छता अभियान’ की शुरुआत
साथ ही उन्होंने कहा कि आज महाराष्ट्र सरकार के कौशल विकास विभाग ने ‘गड किले स्वच्छता अभियान’ की शुरुआत की है। जिसके तहत छत्रपति शिवाजी महाराज जी से जुड़े 350 किलों की सफाई आयटीआय के 1,50,000 विद्यार्थी और स्वयंसेवी संस्थाएं करेंगी। यह कार्य केवल आज नहीं, आगे भी चलते रहता। यह सारे किले महाराष्ट्र के वैभव हैं।
किलों के जतन एवं संवर्धन के लिए डीपीडीसी में 3% फंड आरक्षित
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा किलों के जतन एवं संवर्धन के लिए डीपीडीसी में 3% फंड आरक्षित किया गया है। इससे पहले किसी भी सरकार ने किलों के जतन एवं संवर्धन के लिए फंड उपलब्ध नहीं कराया था।
फडणवीस ने क्या कहा
फडणवीस ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने जिला योजना विकास समिति के धन का तीन फीसदी पहले ही पूरे साल के लिए किले के जीर्णोद्धार, मरम्मत, रखरखाव और सफाई के लिए आरक्षित करने का आदेश जारी कर दिया है।
स्वच्छता के लिए की थी एक घंटे श्रमदान की अपील
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की पिछली कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधी जयंती को लेकर ‘एक तारीख एक घंटा एकसाथ’ के अपने आह्वान के तहत एक अक्टूबर को स्वच्छता के लिए एक घंटे श्रमदान की अपील की थी। इसका उद्देश्य व्यापक स्वच्छता अभियान के तहत बाजारों, रेल पटरियों, जलाशयों, पर्यटन स्थलों, धार्मिक स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई गतिविधियों में लोगों को भागीदारी के लिए प्रत्सोहित करना है। (भाषा इनपुट के साथ)