मुंबई
Published: Jun 24, 2023 04:31 PM ISTVasai Newsसस्ते में घर देने के नाम पर लाखों की ठगी, परिवर्तन संघठन ने की कार्रवाई की मांग
वसई: पिंक सिटी इनवेस्टमेंट नामक कंपनी बनाकर गरीब जनता को सस्ते घर देने के नाम पर लाखों रुपये की आर्थिक धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग परिवर्तन संघठन के उपाध्यक्ष ओमकार सुधाकर शेट्टी ने की है। इस बाबत उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, गृहमंत्री, महाराष्ट्र शासन, मंत्रालय के साथ ही मीरा भायंदर -वसई विरार पुलिस आयुक्तालय, पुलिस उओ आयुक्त परिमंडल 2, नालासोपारा पश्चिम पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक व सहायक पुलिस निरीक्षक को पत्र दिया है।
घर देने का सपना दिखाकर उनसे लाखों रुपये की ठगी
पत्र में बताया गया है कि, नालासोपारा पश्चिम के ओम प्लाजा में पिंक सिटी इनवेस्टमेंट नामक कंपनी चलाने वाले योगेश कमानी, आसिफ खान और राजेश सोलंकी द्वारा कई लोगों को सस्ते में घर देने का सपना दिखाकर उनसे लाखों रुपये की ठगी किये जाने की शिकायत संघठन को लगातार मिल है। शिकायत कर्ताओं द्वारा बताया जा रहा है कि नालासोपारा जैसे शहर में रहने वाले मध्यम वर्गीय परिवार को अपने जाल में फंसाने के लिए नालासोपारा पश्चिम के ओम प्लाजा में पिंक सिटी इनवेस्टमेंट, नामक कंपनी चलाने वाले तीनों व्यक्ति सस्ते में घर मिलने का सपना लेकर उनके कार्यालय पंहुचने वाले लोगों के साथ चिकनी चुपड़ी बाते कर अपने जाल में फँसाते हैं। इस दौरान वह अर्धनिर्मित इमारतों में लेजाकर उन्हें साइट भी दिखाते हैं। और फ्लैट बुकिंग के नाम उन्हें तत्काल पैसा करने को बोलते हैं। साथ ही बताते हैं कि बुकिंग राशि जमा करने के बाद आपके लोन कराने के लिए फाइल तैयार किया जाएगा, जिसमें दो से तीन महीने लगेंगे। ऐसे में गरीब और अनपढ़ समाज के लोग उनके बहकावे में आकर बगैर किसी जांच पड़ताल किये अपने जिंदगी भर की कमाई के अलावा अपने गहने बचने के साथ ही बैंक कर्ज, अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से उधार पैसे लेकर सारा पैसा इन लोगों के सुपुर्द कर दिया है।
बिल्डर ने फ्लैट दूसरे को बेच दिया
लेकिन तीन महीने बाद उस बिल्डिंग में जाने पर पता चला कि वहां कोई और रह रहा है। इस बाबत कम्पनी से बात करने पर जवाब मिला आपका लोन पास नही हुआ, इसलिए बिल्डर ने फ्लैट दूसरे को बेच दिया है। हम आपको उससे अच्छा फ्लैट देंगे, टेंशन मत लो। जिसके बाद लोगों को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है। साथ ही मांग की गई यह लोग डी.जी.एस. ग्रुप / आयान रेसिडेन्सी सहित कई अनं नामचीन ग्रुप के निर्माणाधीन इमारतों को भी दिखाने के लिए ले जाते थे, और बताते हैं कि उनका उस बिल्डर के साथ भी सेटलमेंट है। इसलिए इसकी भी जांच कर की कही इस धोखाधड़ी में उनकी भी सहभागिता तो नहीं।