मुंबई
Published: Nov 06, 2023 09:10 PM ISTGram Panchayat Election Result MaharashtraBJP बनी नंबर 1, सेमीफाइनल में शरद पवार को अजित ने दी पटखनी
- महायुति ने मारी बाजी
- महाविकास आघाडी को झटका
- बारामती में शरद पवार को पटखनी
- BJP बनी नंबर 1 दूसरे पर अजित की NCP
महायुति ने मारी बाजी
चुनावी नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी में खुशी का माहौल है। क्योंकि बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। महाराष्ट्र के कुल 2359 ग्राम पंचायत के लिए चुनाव हुआ था। जिसमें अकेले भाजपा ने 650 से अधिक पंचायत पर जीत हासिल की है। वही शिंदे की शिवसेना ने 290+ ग्राम पंचायत पर जीत का परचम लहराया। वहीं ठाकरे की शिवसेना 110+ ग्राम पंचायत पर जीत दर्ज की। कांग्रेस 271+ ग्राम पंचायत पर जीत पाने में कामयाब हुई है। वहीं अजित पवार की एनसीपी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया और वह 392+ पंचायत में जीत हासिल करने में कामयाब हुई है। शरद पवार की एनसीपी का प्रदर्शन उम्मीद से ख़राब रहा वह 145+ पंचायत पर जीत प्राप्त करने में कामयाब हुई है। वही अन्य पार्टियों ने 346 से अधिक पंचायत पर जीत प्राप्त की है।
बारामती में अजित का कब्जा
अजित पवार और शरद पवार के अलग होने के बाद महाराष्ट्र में हुआ ग्राम पंचायत का यह चुनाव अजित पवार के लिए शक्ति प्रदर्शन का एक मौका था जिसमें अब अजित पवार की मंजिल साफ नजर आ रही है। बारामती की अगर बात करें तो बारामती को शरद पवार का गढ़ माना जाता है। यहां पर शरद पवार की एनसीपी का ही बोलबाला रहता है। लेकिन शरद पवार और अजित पवार के अलग होने के बाद बारामती का समीकरण बदलते हुए नजर आ रहा है। बारामती में कुल 31 ग्राम पंचायत है जिनमें से 26 से अधिक ग्राम पंचायत पर अजित पवार के उम्मीदवार की जीत हुई है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि शरद पवार के बारामती पर अब अजित पवार ने कब्जा जमा लिया है। आने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में क्या नतीजा निकल कर सामने आएगा यह देखना वाकई दिलचस्प होगा।
महाविकास आघाडी को झटका
शिवसेना भी बीते दिनों दो गुटों में बंटी है वही दो गुटों में बंटने के बाद पहली बार चुनाव हुआ है और चुनाव में जो नतीजा सामने आया है वह उद्धव ठाकरे की मुश्किल और बढ़ा सकता है। क्योंकि निकाय चुनाव को काफी अहम माना जाता है और इसका नतीजा लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका अदा करता है। ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजे से यह बात सामने आ रही है कि शिंदे की शिवसेना पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना से अधिक विश्वास महाराष्ट्र की जनता दिख रही है और यह उद्धव ठाकरे के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।