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पूरा हुआ छठी लाइन का काम

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  • 112 की स्पीड से चलेंगी ट्रेनें
प्रिया पांडे@नवभारत 
मुंबई: अक्टूबर महीने से परेशानी झेल रहे पश्चिम रेलवे के यात्रियों को राहत मिलने लगी है। खार-गोरेगांव के बीच 8.8 किमी की दूरी पर छठी लाइन का बुनियादी ढांचागत कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस खंड पर 112 किमी प्रति घंटे की स्पीड ट्रायल हासिल किया गया है। 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इस कार्य में 30 रातों का प्री-ट्रैफिक वर्क ऑर्डर और 29 रातों का ट्रैफिक वर्क्स ऑर्डर शामिल किया था, जिसमें 6 स्टेशनों पर 10 रातों का नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य भी शामिल था। लेकिन अब यह कार्य पूरा कर दिया गया है और ट्रेनों की सेवाएं पूरी तरह से बहाल कर दी गई हैं। 

बांद्रा टर्मिनस यार्ड को 5वीं और 6ठी दोनों लाइनों के लिए एक स्वतंत्र कनेक्टिविटी प्रदान
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि इस पूरे काम में मौजूदा 5वीं लाइन और दोनों फास्ट लाइनों पर 12 टर्नआउट और तीन ट्रैप पॉइंट बिछाना शामिल था। इसमें नई 6ठी लाइन पर 8 टर्नआउट्स बिछाना और मौजूदा लाइनों से मौजूदा नौ टर्नआउट्स और तीन ट्रैप पॉइंट्स को हटाना भी शामिल था।

 
 
700 मीटर मौजूदा ट्रैक को हटाने और डायमंड क्रॉसिंग सहित पांच बिंदुओं को डिस्मेंटल करने के बाद बांद्रा टर्मिनस यार्ड को 5वीं और 6ठी दोनों लाइनों के लिए एक स्वतंत्र कनेक्टिविटी प्रदान की गई है। कार्य को सुचारू रूप से और कुशलता से पूरा करने के लिए टी-28, यूनिमैट, डुओमैटिक, यूटीवी, हाइड्रोलिक क्रेन, जेसीबी आदि भारी मशीनरी को तैनात किया गया था। 
 

7 नए एफओबी का निर्माण किया गया
इस कार्य में निजी भूमि के साथ-साथ सरकारी भूमि (बीएमसी) का अधिग्रहण भी शामिल है। इसके अलावा, मौजूदा एफओबी के स्थान पर 27 नए एफओबी का निर्माण किया गया है जो संरेखण का उल्लंघन कर रहे थे। साथ ही मौजूदा रेलवे संरचनाएं जो बाधा बन रही थीं, उन्हें नष्ट कर उनके स्थान पर नई संरचनाओं का निर्माण किया गया। इसमें 192 फ्लैटों के नए रेलवे क्वार्टर, छह नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) भवन, दो नए ट्रैक्शन सब स्टेशन (टीएसएस) भवन, तीन बुकिंग कार्यालय आदि का निर्माण शामिल था। लगभग 607 परियोजना प्रभावित लोगों (पीएपी) का पुनर्वास किया गया और उन्हें वैकल्पिक आवंटन प्रदान किया गया। इसके अलावा लगभग 1000 पेड़ों को स्थानांतरित और प्रत्यारोपित किया गया है।