मुंबई

Published: Feb 08, 2024 07:25 PM IST

Karjat-Panvel Local 2025 में दौड़ेगी पनवेल-कर्जत लोकल, जानें कहां तक पहुंचा है 3 टनेल का निर्माण कार्य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

सूर्यप्रकाश मिश्र@नवभारत
Karjat-Panvel Local : मुंबई एमएमआर की उपनगरीय रेल परिवहन सेवा में तेजी लाने वाले पनवेल कर्जत लोकल कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है। एमआरवीसी के माध्यम से बनाए जा रहे मध्य रेलवे के इस पांचवे लोकल कॉरिडोर पर सबसे लंबी लोकल रेल टनेल भी आकार ले रही है। एक तरह से काफी कठिन माने जाने वाले इस डबल लाइन प्रोजेक्ट के तहत 3 अत्याधुनिक सुरंग बनाई जा रही है। 

2,625 मीटर लंबी की सुरंग  
इस कॉरिडोर पर मुंबई उपनगरीय रेल मार्ग की 2,625 मीटर की सबसे लंबी सुरंग आकार ले रही है। एमआरवीसी ने इस मुख्य सुरंग-2 (वावरली टनल) की 72 प्रतिशत से ज्यादा भूमिगत खुदाई का काम पूरा कर लिया है। 

3 निर्माणाधीन सुरंग 
पनवेल-कर्जत नया उपनगरीय कॉरिडोर मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (एमयूटीपी -3) के तहत बन रहा है। इस परियोजना में 3,144 मीटर की कुल तीन सुरंगें बन रहीं हैं। इनमें सबसे बड़ी 2625 मीटर लंबी वावरली सुरंग, 300 मीटर लंबी किरावली सुरंग और 219 मीटर लंबाई की नढा‌ल सुरंग निर्माणाधीन है। 

कहां तक पहुंचा काम 
एमआरवीसीएल के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी के अनुसार नढा‌ल सुरंग में वाटर प्रूफिंग और कंक्रीट लाइनिंग का काम पूरा हो गया है, जबकि बीएलटी (गिट्टी रहित ट्रैक) से संबंधित प्रारंभिक कार्य प्रगति पर हैं। इसी तरह परियोजना की सबसे लंबी सुरंग यानी 2625 मीटर की वावरली टनल के दोनों हिस्सों से काम शुरू हुआ। इस सुरंग के लिए भूमिगत उत्खनन हाल ही में 2038 मीटर के लिए पूरा हो गया है। यह सुरंग रॉक बोल्टिंग, वायर मेश और शॉटक्रीट से जुड़ी है। यहां स्थायी जलरोधक कंक्रीट लाइनिंग का काम शुरू हुआ है। 

टनेल में गिट्टी रहित ट्रैक
एमआरवीसी के सीएमडी सुभाष गुप्ता ने बताया कि इन सुरंगों के अंदर ट्रैक संरचना गिट्टी रहित होगी। इसके अलावा पब्लिक रिफ्यूज एरिया, सुरंग नियंत्रण प्रणाली, प्रकाश व्यवस्था और वेंटिलेशन सिस्टम जैसी पर्याप्त स्मार्ट सुविधाओं का निर्माण समकालीन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जा रहा है। किरवली टनल की भूमिगत खुदाई का काम भी  300 मीटर में से 224 मीटर हो चुका है। सभी तीन सुरंगों के भूमिगत उत्खनन में कुल प्रगति 72% है। टनल 3 के लिए एप्रोच कटिंग, भूमिगत खुदाई का कार्य प्रगति पर है। 

2812 करोड़ की परियोजना
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2018 में स्वीकृत हुई कर्जत-पनवेल लोकल परियोजना का काम जमीन अधिग्रहण, कोरोनाकाल एवं अन्य समस्याओं के चलते काफी समय तक अटका था।  पिछले लगभग 2 साल से काम में काफी तेजी आई है। 2 रेल फ्लाईओवर और 3 सुरंगों सहित सभी 70 जीएडी को मंजूरी के साथ परियोजना कार्यान्वयन के लिए आवश्यक कुल 57.16 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया। एमआरवीसी के सीपीआरओ सुनील उदासी ने बताया कि परियोजना का कुल 46 प्रतिशत से ज्यादा काम हो गया है। 24 पुल पूरे हो चुके हैं और 30 पुलों पर काम चल रहा है। रेलवे बोर्ड ने दिसंबर 2025 तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य दिया है। 

29.6 किमी का रेल कॉरिडोर
29.6 किमी का यह लोकल रेल कॉरिडोर एमएमआर के पनवेल,खालापुर और कर्जत इन तीन तालुकों से होकर गुजरेगा। इस प्रोजेक्ट के पूरे होने से मुंबई और कर्जत के बीच उपनगरीय रेल नेटवर्क पर यातायात का एक तेज और बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा। 

होंगे 5 लोकल स्टेशन
पनवेल-कर्जत सबर्बन कॉरिडोर के बीच पनवेल,चिखले,मोहोपे,चौक और कर्जत ये 5 स्टेशन होंगे। कॉरिडोर पर छोटे बड़े 68 ब्रिज बनाए जा रहे हैं। एमआरवीसी के अनुसार 2 फ्लाईओवर, 8 बड़े और 36 छोटे ब्रिज,15 आरयूबी,7 आरओबी और 3 टनेल का काम हो रहा है। 5 स्टेशनों (मोहोपे, चौक, कर्जत, चिखले और पनवेल स्टेशन) के सभी ईएसपी को मंजूरी दे दी गई है। 

बचेगा 30 से 35 मिनट का समय
इस समय लोकल से कर्जत जाने के लिए मेन लाइन से कल्याण बदलापुर होकर जाना पड़ता है। पनवेल से कर्जत सीधी लोकल सेवा शुरू होने पर एमएमआर के लाखों यात्रियों को इसका लाभ मिलने के साथ पनवेल, खालापुर और कर्जत के पास नए आवासीय क्षेत्र विकसित होंगे। पनवेल से कर्जत नए लोकल कॉरिडोर के शुरू होने पर मुंबई और कर्जत के बीच लोकल यात्रा में क़रीब 30 से 35 मिनिट समय की बचत होगी।