Panvel-Karjat Local Train Update

  • एमआरवीसी ने शुरू किया काम

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मुंबई : मुंबई-एमएमआर (Mumbai) की तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए यात्रियों (Passengers) की सुविधा के लिए उपनगरीय रेल मार्ग का विस्तारीकरण तेजी से हो रहा है। नेरुल-खारकोपर-उरण (Nerul-Kharkopar-Uran) इस चौथे लोकल कॉरिडोर (Suburban Corridor) को अगले साल तक खोलने का लक्ष्य है, जबकि पनवेल (Panvel) को लोकल द्वारा सीधे कर्जत (Karjat) से जोड़ने का काम एमआरवीसी (MRVC) के माध्यम से किया जा रहा है। हार्बर मार्ग पर पनवेल स्टेशन से मध्य रेलवे के कर्जत स्टेशन तक लोकल सेवा शुरू होने में 4 साल लग सकते हैं। एमयूटीपी-3 के अंतर्गत पनवेल से कर्जत नई डबललाइन का काम शुरू किया गया है। 

उल्लेखनीय है कि पनवेल से कर्जत सिंगल ट्रैक है, जिसका उपयोग लंबी दूरी ट्रेनों अथवा मालगाड़ी के लिए होता है। कर्जत या पनवेल जाने के लिए लोकल यात्रियों को ठाणे या कुर्ला से होकर जाना होता है। सड़क मार्ग से दोनों स्थानों पर जाने के लिए काफी समय लगता है। पनवेल से कर्जत सीधी लोकल शुरू होने पर लाखों लोगों को इसका लाभ होगा।

2783 करोड़ की परियोजना

एमआरवीसी के सीएमडी रवि अग्रवाल ने बताया कि पनवेल-कर्जत लोकल ट्रैक का काम शुरू हो गया है। सीएमडी अग्रवाल के अनुसार, दिसंबर 2024 तक काम पूरा करने का टार्गेट निर्धारित है। मार्च 2025 से लोकल सेवा शुरू हो सकती है। 28 किमी के इस मार्ग पर छोटे बड़े 58 ब्रिज होंगे।पनवेल को सीधे कर्जत से जोड़ने के लिए मुंबई रेल विकास कॉरपोरेशन की तरफ से 2783 करोड़ की योजना बनाई गई है। एमयूटीपी-3 के अंतर्गत 10 हजार 947 करोड़ की परियोजनाएं हैं। इनमें 2 हजार 783 करोड़ रुपए पनवेल से कर्जत डबल ट्रैक के लिए खर्च होंगे।

दिसंबर 2016 में मिली मंजुरी

वैसे एमयूटीपी-3 को दिसंबर 2016 में ही मंजुरी मिली थी। इसके तहत कलवा से ऐरोली एलिवेटेड मार्ग, विरार से डहाणू ट्रैक का चौपदरीकरण सहित पनवेल से कर्जत डबल ट्रैक का काम शामिल था। एमआरवीसी के अधिकारियों के अनुसार पनवेल-कर्जत ट्रैक के भूमि अधिग्रहण को लेकर कुछ समस्या थी, परन्तु अब वह दूर हो गई है। कोरोना की वजह से भी देरी हुई है। सर्वेक्षण के बाद अब नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। कई स्थानों पर जमीनी लेबल पर काम शुरू हो गया है।

होंगे 5 स्टेशन

पनवेल से कर्जत के बीच पनवेल, चौक, मोहापे, चिखले, और कर्जत ये 5 स्टेशन बनाए जाएंगे। इस मार्ग पर 3 टनेल होंगे, जबकि सबसे लंबा ब्रिज 2.5 किमी का होगा। यह बहुउद्देशीय रेल कॉरिडोर रायगड जिले के पनवेल, खालापुर और कर्जत इन तीन तालुकों को जोड़ेगा।