मुंबई

Published: Apr 06, 2023 08:48 PM IST

Mumbai Metro Updatesमेट्रो-4 और 4-ए के काम को मिलेगी रफ्तार, जर्मन बैंक देगा 4,189 करोड़ रुपए कर्ज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुंबई (Mumbai) ठाणे (Thane) से जोड़ने वाली मेट्रो 4 (Metro-4) और 4 ए के काम की गति पिछले कुछ महीनों से बढ़ी है। वडाला-घाटकोपर से ठाणे कासारवडवली-गायमुख (Wadala-Ghatkopar to Thane Kasarvadavali-Gaymukh) के बीच चल रहे मेट्रो लाइन-4 और 4-ए के काम को रफ्तार देने की कोशिश एमएमआरडीए कर रहा है। इस बीच एमएमआरडीए कमिश्नर एसवीआर श्रीनिवास ने जर्मनी का दौरा कर मेट्रो के लिए वित्त पोषित करने वाले केएफडब्ल्यू बैंक से सकारात्मक चर्चा की है। बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 4,189 करोड़ रुपए का कर्ज जल्द मिलने की संभावना है। इस ऋण से मेट्रो 4 और मेट्रो 4ए लाइनों में सिग्नल, इलेक्ट्रिकल सिस्टम आदि जैसे विभिन्न कार्य किए जाएंगे।

एमएमआरडीए के अनुसार, इस मेट्रो कॉरिडोर का लगभग 52 प्रतिशत काम हो गया है। मेट्रो लाइन 4 ए पर एलिवेटेड स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू है। तीन हाथ नाका मेट्रो स्टेशन के साथ आरटीओ, कैडबरी जंक्शन इन स्टेशनों का काम तेजी से शुरू है।

32.32 किलोमीटर लंबी मेंट्रो

कुल 32.32 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइनों पर काम तेज करने के निर्देश दिए हैं। मेट्रो लाइन 4 और 4 ए की 32 स्टेशनों वाली 32.32 किलोमीटर लंबी इन दोनों मेट्रो लाइन का निर्माण कार्य चल रहा हैं। समग्र कार्य प्रगति लगभग 52 प्रतिशत हुई है। इसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना की लागत लगभग 15 हजार करोड़ रुपए है।

एमएमआरडीए के कई प्रोजेक्ट

गौरतलब है कि एमएमआरडीए की ओर से एमएमआर में विभिन्न परियोजनाएं जैसे मेट्रो, एमटीएचएल, पुल, एलिवेटेड सड़क, फ्लाईओवर आदि काम तेजी से चल रहें हैं। इन परियोजनाओं की लागत डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक है। एमएमआरडीए इन परियोजनाओं के लिए जापानी सरकार सहित अलग-अलग देश के बैंको से कर्ज के रूप में राशि जुटा रहा है। इसकी गारंटी राज्य सरकार ने ली है। मेट्रो-4 के लिए मार्ग का निर्माण पूरा होने के बाद सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिकल और अन्य प्रणालियों का काम शुरू किया जाना चाहिए। श्रीनिवास ने इस कार्य के लिए समय पर ऋण प्राप्त करने के उद्देश्य से अपनी जर्मनी यात्रा के दौरान केएफडब्ल्यू बैंक के अधिकारियों से चर्चा की। कमिश्नर श्रीनिवास के अनुसार, बैंक से जल्द कर्ज मिल जाएगा और इस राशि का इस्तेमाल मेट्रो-4 और मेट्रो 4ए लाइनों में विभिन्न प्रणालियों के काम में किया जाएगा।