मुंबई
Published: Apr 27, 2021 08:47 PM ISTOxygen राज्य में ऑक्सीजन की कमी बरकरार, रोजाना 1800 टन पहुंची डिमांड
मुंबई. मुंबई (Mumbai) में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या भले ही कम हो रही है, लेकिन राज्य के दूसरे जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब भी रोज 65- 67 हजार नए मरीज (New Patients) मिलने का सिलसिला जारी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण राज्य में ऑक्सीजन की मांग सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गई है। राज्य में रोज ऑक्सीजन (Oxygen) की 1800 मीट्रिक टन की डिमांड पहुंचने की जानकारी एफडीए के अधिकारी ने दी। इससे राज्य में 600 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी हो गई है। 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी पहले से थी जिसमें 300 टन और बढ़ गया है।
एफडीए अधिकारी के अनुसार, राज्य में लगातार बढ़ रही ऑक्सीजन की मांग को कैसे पूरा किया जा सकता है, इस विषय को लेकर हर दिन राज्य सरकार और एफडीए अधिकारियों के बीच बैठक कर मंथन किया जा रहा है। 500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दूसरे राज्यों से खरीदने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहां से मंगाया जा सकता है। इस वर्ष फरवरी से आई कोरोना की दूसरी लहर, दुगुने, तिगुना म्युटेंट ने हाहाकार मचा दिया है। एक दिन में 2500 हजार मिल रहे कोरोना के मामले अब 67हजार पर पहुंच गए हैं। कोरोना की पहली लहर में 500 से 850 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होती थी अब मांग बढ़ कर 2800 टन पर पहुंच गई है। कोविड पॉजिटिव मरीज पर रोजाना लगभग 12 लीटर ऑक्सीजन लग रही है।
गुजरात, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन
अधिकारी ने कहा कि अभी गुजरात, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लाया जा रहा है। उन राज्यों में भी अब ऑक्सीजन कम पड़ने लगा है। छोटे उत्पादकों से उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा गया है। सभी स्टील और शूगर कारखानों से भी ऑक्सीजन देने के लिए कहा गया है। बंद प्लांट भी शुरु करने का प्रयास तेज कर दिया गया है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस से राज्य को 105 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिला था। उससे क्या होगा जब राज्य को रोज 1800 टन की जरुरत है।