मुंबई

Published: Mar 13, 2022 08:00 PM IST

Devendra Fadnavis questionedफोन टैपिंग मामले में पुलिस ने लिया फडणवीस का बयान, सागर बंगले में दो घंटे तक हुई पूछताछ

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) में ट्रांसफर पोस्टिंग (Transfer Posting) का मामला गरमाता जा रहा है। इस मामले में मुंबई साइबर पुलिस की एक टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से उनके सरकारी आवास पर लगभग दो घंटे तक पूछ-ताछ की। पुलिस अधिकारी फडणवीस (Devendra Fadnavis) का बयान लेकर चले गए, लेकिन इस मामले पर भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार किया है। विपक्ष के नेता फडणवीस ने आरोप लगाया है कि उन्हें इस मामले में आरोपी बनाये जाने का षडयंत्र किया जा रहा है। 

साइबर सेल के सहायक पुलिस आयुक्त नितिन जाधव के नेतृत्व में  पुलिस टीम रविवार को दोपाहर फडणवीस के मालाबार हिल्स स्थित सरकारी बंगले में पहुंची। टीम में जिसमें दो निरीक्षक शामिल थे। अधिकारियों ने लगभग दो घंटे तक पूछ -ताछ कर उनका बयान दर्ज किया। इससे पहले मुंबई साइबर पुलिस ने फडणवीस को नोटिस जारी कर रविवार को मामले में पेश होने को कहा था। हालांकि, शनिवार को फडणवीस ने कहा था कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें यह सूचित करने के लिए संपर्क किया है कि पुलिस उनके आवास पर जरूरी जानकारी लेने के लिए आएगी। इसलिए उन्हें साइबर पुलिस  थाने आने की जरूरत नहीं है। 

नवाब मलिक ने रिपोर्ट की लीक 

पुलिसिया पूछ-ताछ के बाद  विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने इस मामले में एक जिम्मेदार नेता की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पत्रकार परिषद में  हमने ट्रान्सक्रिप्ट अथवा पेनड्राईव की जानकरी किसी को नहीं दी। इस पेनड्राईव में अनेक आईपीएस अधिकारियों के नाम थे। यदि मैंने घोटाले को बाहर नहीं किया होता तो यह दब गया होता। उस समय हमारे पास संवेदनशील जानकरी थी। जिसकी वजह से हमने संबंधित रिपोर्ट की कवरिंग लेटर को छोड़ कर किसी तरह की जानकारी लीक नहीं की। हमने पूरी जानकारी केंद्रीय गृह सचिव को दी। लेकिन शाम के समय नवाब मलिक ने सभी कागजात मीडिया को उपलब्ध करवाया। उन्हें गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने का अधिकार था क्या ? इस मामले में मलिक की जांच होनी चाहिए।

मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने मुझे इसके पहले एक अलग प्रश्नावली दी थी। आज बयान दर्ज कराते समय पूरी तरह से अलाग प्रशन पूछे गए। पुलिस घोटाले में गोपनीयता कानून का भंग हमने किया इस तरह के सवाल पूछे गए। उनका मकसद मुझे इस मामले में आरोपी अथवा सह आरोपी बनाने का लग रहा था। महाविकास आघाड़ी सरकार मुझे फंसने का प्रयास कर रही है।

- देवेंद्र फडणवीस, नेता विरोधी दल, विधानसभा

फडणवीस से गवाह के रुप में पूछ-ताछ 

राज्य खुपिया विभाग के दस्तावेज लीक होने के मामले जांच चल रही है। इस मामले में  फडणवीस को  कई बार स्मरण पत्र भेजे गए। जिनमें पुलिस के समक्ष उपस्थित होने के लिए  कहा गया था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री ने उनका भी कोई जवाब नहीं दिया।