मुंबई

Published: Oct 11, 2022 08:37 PM IST

MNSमुख्यमंत्री नहीं बनेंगे राज ठाकरे, पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में दिए संकेत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( Maharashtra Navnirman Sena) चुनाव मैदान में खुद की ताकत पर चुनाव मैदान में उतरेगी। राज्य की सत्ता आने पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, बल्कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की तरह सत्ता का रिमोट कंट्रोल (Remote Control) अपने हाथ में रखेंगे। खुद मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इस तरह का संकेत पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में दिया। 

राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच पार्टी और चुनाव चिन्ह को लेकर शुरू संघर्ष के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मंगलवार को बांद्रा स्थित रंग शारदा में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में मनसे प्रमुख ने पदाधिकारियों में उत्साह भरते हुए कहा कि आप सभी ईमानदारी से काम करिए सत्ता पर बिठाने की जिम्मेदारी हमारी है। राज ठाकरे ने महानगरपालिका चुनावों में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने का निर्देश सभी पदाधिकारियों को दिया है।

घर-घर जाकर करें प्रचार 

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा है कि राज्य की जनता आज की राजनीति से ऊब गई है। इसकी वजह से कई लोगों ने दशहरा रैली को भी नहीं देखा। इसकी वजह से  मनसे में लोगों को आशा की किरण दिखाई दे रही है। सकारात्मक वातावरण है इसका फायदा उठाने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि दिवाली के समय लोगों के घर-घर जा कर प्रचार करें। राज ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता आने पर मैं कोई पद नहीं लूंगा, बल्कि पद पर आपको बिठाऊंगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जनता के समक्ष अब एक ही पर्याय है जिसकी वजह से महानगरपालिका चुनाव में मनसे अभूतपूर्व विजय हासिल करेगी।

बालासाहेब ने 1966 में शिवसेना की स्थापना की थी। उसके बाद कई बार सफलता मिली और पराजय भी हुई। गत दिवस भास्कर जाधव ने कहा कि आज के पार्टी प्रमुख रो रहे थे। मुझे नहीं लगता है कि बालासाहेब कभी रोये थे। हमने 2009 में विजय और 2014 में पराजय को भी देखा, लेकिन हम कभी रोये नहीं, बल्कि लड़े।

- संदीप देशपांडे, मनसे, महासचिव