Raj Thackeray

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    मुंबई: बीजेपी सांसद बृजभूषण (BJP MP Brij Bhushan) के विरोध की वजह से मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने पिछले 5 जून को अपना प्रस्तावित अयोध्या (Ayodhya) दौरे को स्थगित कर दिया था, लेकिन अब राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) बनने और राजनीतिक समीकरण बदलने के बाद उन्होंने एक बार फिर अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन करने की तैयारी शुरू की है। राज ठाकरे को अयोध्या में दर्शन का निमंत्रण खुद अयोध्या के महंतों ने दी है।

    मनसे प्रमुख राज ठाकरे 5 जून को अयोध्या का दौरा करने वाले थे, लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने दौरे का विरोध करते हुए शर्त रख दी थी कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख अयोध्या आने से पहले उत्तर भारतीयों को ‘अपमानित’ करने के लिए माफी मांगे। कुछ दिनों तक चले वाद-विवाद के बीच ठाकरे ने 22 मई को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान अयोध्या दौरा स्थगित करने की घोषणा की थी।

    महंत ने ठाकरे से की मुलाकात, दिया निमंत्रण

    अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के प्रमुख महंत राजूदास महाराज और उदासीन अखाड़ा के महंत धर्मदास महाराज ने सोमवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से उनके आवास ‘शिवतीर्थ’ में मुलाकात की। उस समय दोनों महंतों ने राज ठाकरे को अयोध्या आने का निमंत्रण दिया। महंत राजूदास महाराज ने यह भी कहा कि ठाकरे भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हैं, इसलिए उत्तर प्रदेश में किसी को किसी तरह का विरोध करने की जरूरत नहीं है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान महंत राजूदास ने कहा कि हमने ठाकरे को आशीर्वाद दिया है। उन्हें अयोध्या आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने यह भी बताया कि पिछली बार उन्होंने दौरा क्यों स्थगित किया।

    अयोध्या के महंत राजूदास महाराज और धर्मदास महाराज ने मनसे प्रमुख से मुलाकात कर अयोध्या में श्रीराम लला का दर्शन करने का निमंत्रण दिया है, लेकिन अभी तक इस संदर्भ में किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है।

    -संदीप देशपांडे, महासचिव, मनसे