Sanjay Nirupam
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नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई:
कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) के सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना (Shiv Sena) में शामिल (Join) होने का रास्ता साफ़ हो गया है। 3 मई को वह शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होंगे। बुधवार को मुख्यमंत्री शिंदे से मुलाकात के बाद निरुपम ने इसकी पुष्टि की। 20 साल बाद निरुपम की शिवसेना में घर वापसी होगी। हालांकि जब वे शिवसेना में थे, तब पार्टी की कमान सेना प्रमुख बाल ठाकरे के हाथों में थी, लेकिन अब शिवसेना बंट चुकी है। एक धड़ा सीएम शिंदे के साथ है , जबकि दूसरा धड़ा उद्धव ठाकरे के साथ है। निरुपम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे खुशी है कि 20 साल बाद शिवसेना में मेरी घर वापसी हो रही है।

नहीं मिला लोकसभा चुनाव का टिकट
संजय निरुपम ने उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद कांग्रेस के खिलाफ बगावत का बिगुल बजाते हुए पार्टी अध्यक्ष समेत गांधी परिवार पर कड़ी टिप्पणी की थी। जिसके बाद उन्हें पार्टी से 6 साल से लिए निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद निरुपम की योजना शिंदे गुट में शामिल होकर उत्तर पश्चिम से टिकट हासिल करने की थी। लेकिन शिंदे गुट ने उद्धव गुट को छोड़ पार्टी में आए रवीन्द्र वायकर को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। ऐसे में अब निरुपम को टिकट मिलने की संभावना खत्म हो गई है।

निरुपम ने क्या कहा
मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निमंत्रण पर बालासाहेब भवन में उनसे मिला। उनसे मुलाकात के बाद आगे क्या करना है और कैसे काम करना है, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। 3 मई को मेरी शिवसेना की एंट्री होगी। मैं पार्टी में प्रवेश के बाद सभी उम्मीदवार के लिए जोर-शोर से प्रचार करूंगा। हम सभी यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि शिवसेना के सभी उम्मीदवार जीते।

कंबोज ने कसा तंज
बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने तंज कसते हुए कहा कि अब संजय निरुपम को उत्तर पश्चिम से शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर का चुनाव प्रमुख बन जाना चाहिए। संजय पिछली बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ें थे। उनको उत्तर पश्चिम लोकसभा की पूरी जानकारी भी हैं। इससे पहले कंबोज ने कहा था कि निरुपम कांग्रेस का कचरा है और उन्हें बीजेपी में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।