Maharashtra in Lok Sabha Election 2024

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई:
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव अंतिम चरण में पहुंच चुका है। पांचवें चरण के लिए उम्मीदवारी अर्ज भरने की मियाद 3 मई को खत्म हो जाएगी। इससे दो दिन पहले बीजेपी नीत महायुति ने शेष बची तीन सीटों के बंटवारे के गुत्थी सुलझा ली है। महायुति के मुख्य घटक दल बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकां (अजित पवार) के बीच बनी सहमति के अनुसार नासिक और ठाणे लोकसभा सीट शिंदे गुट को मिल गई है। शिंदे गुट ने ठाणे जिले से सीएम शिंदे समर्थक पूर्व महापौर नरेश म्हस्के को अपना उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं नासिक से अपने मौजूदा सांसद हेमंत गोडसे में फिर विश्वास जताया है। जबकि पालघर से शिवसेना (उद्धव गुट) की भारती कामड़ी के खिलाफ बीजेपी का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा। 
  
उम्मीदवारों की घोषणा
लोकसभा चुनाव के लिए ठाणे, नासिक और पालघर की प्रमुख सीटों की घोषणा होनी बाकी थी। बुधवार (1 मई) को शिवसेना (शिंदे गुट) ने ठाणे, कल्याण और नासिक के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। तो वहीं यह भी ऐलान कर दिया गया कि पालघर सीट से भाजपा का उम्मीदवार होगा। इसी के साथ महायुति के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। कल्याण से सीएम एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत की उम्मीदवारी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले ही घोषित कर दी थी। जबकि 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में शिवसेना (शिंदे गुट) ठाणे से म्हस्के और नासिक से गोडसे का नाम घोषित कर दिया। पालघर से मौजूदा सांसद राजेंद्र गावित को फिर से उम्मीदवारी मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। 

फिर पार्टी बदल सकते हैं गावित
गौरतलब हो कि सांसद राजेंद्र गावित अब तक तीन बार पार्टी बदल चुके हैं। गावित मूल रूप से कांग्रेसी हैं। वर्ष 2018 में पालघर लोकसभा उपचुनाव के दौरान वह भाजपा में शामिल हो गए और श्रीनिवास वनगा को हराकर सीट जीती थी। सात महीने बाद 17वीं लोकसभा के चुनावों के दौरान महायुति में पालघर सीट शिवसेना के हिस्से में चला गई, जिसके बाद गावित ने मातोश्री से संपर्क किया और लोकसभा की उम्मीदवारी हासिल कर ली। 2019 के चुनाव में भी उनकी जीत हुई। लेकिन शिवसेना में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद गावित शिंदे गुट में शामिल हो गये। अब महायुति में सीट बीजेपी के पाले में चली गई है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि गावित एक बार फिर बीजेपी में जा सकते हैं। 

राज से मिले म्हस्के और श्रीकांत
गौरतलब हो कि उम्मीदवारी घोषित होने के बाद श्रीकांत शिंदे और नरेश म्हस्के ने मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की। सूत्रों का ऐसा दावा है कि इस मुलाकात के दौरान राज ने उनके लिए जनसभा को संबोधित करने का आश्वासन दिया है। 

नरेश म्हस्के की जीत बहुत आसान
अविनाश जाधव (नेता, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) ने कहा, ठाणे से नरेश म्हस्के की जीत बहुत आसान है। यह भाजपा पार्षदों, मुख्यमंत्री के प्रभुत्व वाला क्षेत्र है। शिवसेना (उद्धव गुट) के उम्मीदवार राजन विचारे के विगत 10 वर्षों के कार्यकाल पर नजर डालें तो पहले 8 साल तो उन्हें ढूंढना पड़ता था। एकनाथ शिंदे के झटके के बाद पिछले दो वर्षों से वे दिखाई दे रहे हैं।