मुंबई

Published: Feb 09, 2022 07:02 PM IST

Sharad Pawarकोरेगांव भीमा जांच आयोग के सामने पेश होंगे शरद पवार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File

पुणे: कोरेगांव भीमा जांच आयोग (Koregaon Bhima Inquiry Commission) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) को 23 और 24 फरवरी को गवाह (Witness) के रूप में पेश होने के लिए तलब किया है। मुंबई (Mumbai) में आगामी 21 से 25 फरवरी के बीच होने वाली सुनवाई का कार्यक्रम आयोग के सचिव वी वी पलनितकर ने जारी किया।

पवार ने अक्टूबर 2018 में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जे. एन. पटेल की अध्यक्षता में दो सदस्यीय आयोग के समक्ष एक हलफनामा दायर किया था, जो 1 जनवरी, 2018 को कोरेगांव भीमा इलाके में हुई हिंसा के कारणों की जांच कर रहा था। हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल रह गए थे। 1 जनवरी की हिंसा के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान, शरद पवार ने दंगों में हिंदुत्व समूहों की भूमिका के बारे में संदेह जताया था, लेकिन अपने हलफनामे में शरद पवार ने कहा था कि वह कोरेगांव भीमा हिंसा के लिए किसी विशेष संगठन के खिलाफ विशेष रूप से आरोप लगाने की स्थिति में नहीं थे। 

पुलिस अधिकारी भी आयोग के समक्ष होंगे हाजिर 

आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, शरद पवार को 23 और 24 फरवरी को मुंबई में आयोग के सामने पेश होना है। पवार के साथ, आयोग ने आईपीएस अधिकारी मोहम्मद सुवेज हक सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी तलब किया है, जो कोरेगांव भीमा हिंसा के समय पुणे ग्रामीण के पुलिस पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे। पुणे ग्रामीण पुलिस के तत्कालीन अतिरिक्त एसपी संदीप पखले और पुणे शहर पुलिस के तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र सेनगावकर को 21 फरवरी से 24 फरवरी के बीच गवाह के रूप में पेश होंगे।