मुंबई

Published: Mar 12, 2024 01:13 PM IST

Shinde Factionलोकसभा टिकट को लेकर शिंदे गुट में विवाद, कई नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (फ़ाइल फोटो)

मुंबई: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पहले महाराष्ट्र (Maharashtra News) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है।  दरअसल लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही शिवसेना शिंदे गुट (Shiv Sena Shinde faction) में अंदरूनी विवाद छिड़ गया है।

यह बात सामने आई है कि शिर्डी लोकसभा सीट (Shirdi Lok Sabha Seat) पर शिंदे ग्रुप के सांसद सदाशिव लोखंडे के खिलाफ पार्टी के अंदर नाराजगी है। इसी नाराजगी के चलते शिंदे गुट के कई नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।ऐसे में आशंका है कि शिंदे गुट को शिरडी में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आइए जानते है पूरी खबर विस्तार से… 

सामूहिक इस्तीफा 

यहां से खबर सामने आ रही हैं कि पिछले 10 साल में कोई काम नहीं करने वाले सांसद को पदाधिकारी और कार्यकर्ता नापसंद करने की भूमिका में हैं। इस बारे में कहा जा रहा है कि सदाशिव लोखंडे ने क्षेत्र में कोई ठोस काम नहीं किया है। उन्होंने कभी अधिकारियों पर भरोसा नहीं किया गया। इसलिए पदाधिकारियों ने यह भी सवाल पूछा है कि इसका हम जनता को क्या जवाब दें। 

ये है शिंदे को छोड़ने की वजह 

सामने आई जानकारी के मुताबिक, आगामी लोकसभा की पृष्ठभूमि में आज शिरडी में शिवसेना शिंदे ग्रुप के संपर्क कार्यालय में पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में सैकड़ों पदाधिकारियों ने सदाशिव लोखंडे के कामकाज से नाराजगी जताते हुए सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। 

नहीं किया विकास 

इस बारे में कहा जा रहा है कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित शिरडी लोकसभा क्षेत्र में कभी भी विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं हुआ है। जातिगत समीकरण और पार्टी बदलने से नाराजगी के कारण ही लोखंडे दो बार सांसद बने। हालांकि, शिंदे गुट के पदाधिकारी रामपाल पांडे और पदाधिकारी सुभाष उपाध्याय ने इस बात पर अफसोस जताया है कि उन्होंने शिरडी में कोई विकास नहीं किया है। 

एकनाथ शिंदे

महायुति से किसे मिलेगी सीट 

दूसरी ओर, संसदीय क्षेत्र के लोग भी लोखंडे से नाराज हैं, ऐसे में अगर उन्हें दोबारा उम्मीदवार बनाया गया तो उन्हें हार का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि यह सीट बीजेपी को दी जाए। इससे सांसद सदाशिव लोखंडे का सिरदर्द बढ़ गया है और यह देखना अहम होगा कि महायुति शिरडी सीट को लेकर क्या फैसला लेती है। फ़िलहाल यह शिंदे के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।