मुंबई

Published: Nov 10, 2021 08:43 PM IST

Maharashtra ST Strikeमहाराष्ट्र में एसटी कर्मचारियों की हड़ताल जारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई: बंबई हाई कोर्ट (Bombay High Court) ने आज अदालत के आदेश की अवहेलना करने वाले ट्रेड यूनियनों और हड़ताल पर गए श्रमिकों के खिलाफ एसटी (ST) निगम द्वारा दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए ट्रेड यूनियनों (Trade Unions) को शुक्रवार तक हलफनामे का जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। कोर्ट के हड़ताल (Strike) नहीं करने के आदेश के बावजूद कर्मचारी हड़ताल पर अड़े हैं। निगम ने 400 कर्मचारियों को निलंबित (Suspended) कर दिया है। 

एसटी निगम के राज्य सरकार में विलय को लेकर पिछले कई दिनों से एसटी कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। इस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने ट्रेड यूनियनों को शुक्रवार तक अवमाननायाचिका का जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है और अगले सोमवार को नियमित अदालत के समक्ष सुनवाई की जाएगी।

250 डिपो बंद

एसटी राज्यव्यापी हड़ताल चल रही है और लगभग सभी 250 डिपो बंद हैं। राज्य परिवहन निगम के लगातार हो रहे नुकसान से कर्मचारी भी प्रभावित हो रहे हैं। घाटे का कारण बताते हुए महंगाई भत्ता, किराया भत्ता, वेतन वृद्धि आदि नहीं हुई है।

मंत्रालय की सुरक्षा बढ़ाई गई

हड़ताल को देखते हुए मंत्रालय परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। आजाद मैदान स्थित मंत्रालय परिसर में जमा हुए एसटी कार्यकर्ताओं को पुलिस उठा रही है। ठाणे के खोपत डिपो में स्थित स्टाफ रेस्ट हाउस को बंद कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों को उनके कपड़े और बैग के साथ बाहर निकाल लिया गया है। खोपाट डिपो मैनेजर ने दोनों टॉयलेट पर ताला लगा दिया है।

वाशी टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों को रोका

इस बीच, आजाद मैदान की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को वाशी टोल नाका पर रोक दिया गया। वाशी के नवी मुंबई हाई स्कूल में 50 प्रदर्शनकारियों को रखा गया है। 50 प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी हैं। राज्य भर से बड़ी संख्या में एसटी कर्मचारी मुंबई पहुंच रहे हैं।

एसटी कर्मचारियों का दर्द समझे सरकार: रामदास आठवले

एसटी निगम के राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर एसटी कार्यकर्ताओं द्वारा शुरू किए गए आंदोलन से राज्य सरकार को सहानुभूति होनी चाहिए। केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने सीएम से यह मांग की। आठवले ने बयान जारी कर कहा कि कई एसटी कार्यकर्ताओं ने आत्महत्या कर ली है। सस्पेंड किए गए कर्मचारियों को फिर से काम पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि सीएम को कोरा आश्वासन नहीं देना चाहिए।