नाशिक

Published: Sep 15, 2021 06:20 PM IST

Property Taxसंपत्ती टैक्स के रूप में महानगरपालिका की तिजोरी में जमा हुए 11 करोड़ रुपए

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते महानगरपालिका संपत्ती टैक्स (Municipal Property Tax) की बकाया रकम 300 करोड़ (300 Crores) से अधिक हो गया है। जिसे वसूल करने के लिए महानगरपालिका ने 16 नवंबर से अभय योजना (Abhay Scheme) शुरू की है। जिससे नागरिकों (Citizens) का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। एक माह में इस योजना से महानगरपालिका की तिजोरी में 11 करोड़ रुपए जमा हो गए है।

ब्याज और दंड माफी प्रकरण में महानगरपालिका को 98 लाख रुपए नागरिकों को देने पड़े। कोरोना महामारी के चलते महानगरपालिका की टैक्स वसूली लगातार दूसरे साल भी प्रभावित हुई। प्रमुख रूप से संपत्ती टैक्स, पानी टैक्स वसूली अधिक मात्रा में प्रभावी हुई है। कोरोना महामारी के चलते नागरिकों ने संपत्ती और पानी टैक्स अदा नहीं किया। इसलिए संपत्ती टैक्स की बकाया रकम 285 करोड़ तक पहुंची। लगातार दूसरे साल संपत्ती टैक्स वसूली न होने से महानगरपालिका ने पहले टैक्स में छूट दी।

परंतु इस योजना को प्रतिसाद नहीं मिला। कोरोना के चलते नागरिकों का रोजगार बंद होने से संपत्ती टैक्स वसूली के लिए महानगरपालिका ने सख्ती नहीं की। परंतु बकाया संपत्ती टैक्स वसूली के लिए महानगरपालिका कमिश्नर कैलास जाधव ने अभय योजना कार्यान्वित की। पिछले साल अभय योजना के माध्यम से महानगरपालिका को 33 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। इस साल 15 अगस्त से यह योजना शुरू की गई।

ऐसी है अभय योजना

अभय योजना तीन चरण में है। इसके तहत पहले चरण में दंड और नोटिस की रकम में 90 प्रतिशत, दूसरे चरण में 70 और तीसरे चरण में 50 प्रतिशत छूट दी जाती है। पिछले साल की तुलना में इस साल इस योजना को अच्छा प्रतिसाद मिला। एक माह में महानगरपालिका की तिजोरी में 11 करोड़ रुपए जमा हुए। परंतु यह आकड़ा समाधान कारक न होने से अगले साल से महानगरपालिका को बकाया वसूली बढ़ाने के लिए अधिक मेहनत लेनी होगी। 

 25 लाख से अधिक रकम

अभय योजना के माध्यम से दंड और नोटिस फी में 90 प्रतिशत छूट देने से नागरिकों के 97 लाख 98 हजार 340 रुपए की बचत हुई। इसमें सबसे अधिक रकम यानी की 25 लाख से अधिक रकम नाशिक पूर्व विभाग के नागरिकों को मिली। 5 लाख रुपए की बचत नाशिक पश्चिम विभाग के नागरिकों की हुई। 

नागरिकों को दी गई रकम का विभाग निहाय लेखा जोखा

विभाग                            मिली रकम
नाशिक पश्चिम   520000 रुपए
सिडको         1327000 रुपए
सातपुर                            1347000 रुपए
नाशिक रोड 1699000 रुपए
पंचवटी 2317000 रुपए
नाशिक पूर्व विभाग 2587000 रुपए