नाशिक

Published: Jan 11, 2022 02:49 PM IST

Nashik Crime अपराधियों ने टूटी इमारतों को बनाया अपना ठिकाना, आम जनता परेशान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
प्रतीकात्मक तस्वीर

नाशिक : टूटी इमारतों (Broken Buildings) में नाबालिग लड़की (Minor Girl) के साथ रेप (Rape) की घटना अंजाम देने के बाद सरकारी जर्जर इमारतों का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। गांधीनगर (Gandhinagar) प्रेस और नेहरू नगर प्रेस के कॉलोनी में कई टूटी हुई इमारत है। इन घरों का इस्तेमाल अपराधियों (Criminals) द्वारा अपराध के लिए किया जा रहा है। नाशिकरोड, उपनगर पुलिस स्टेशन के साथ प्रेस की सुरक्षा व्यवस्था (Security Arrangements) की भी उपेक्षा की जा रही है।

एक नाबालिग लड़की को नाशिक पुणे हाईवे के गांधीनगर के आवासीय इमारत में ले जाकर एक अपराधी द्वारा बलात्कार करने की चौंकाने वाली घटी सामने आई थी। इस नाबालिग लड़की ने अब बच्चे को जन्म दिया है। संदिग्ध के खिलाफ उपनगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। नेहरू नगर और गांधीनगर प्रेस के कॉलोनी में कई इमारतें टूटी हुई और खाली पड़ी है।

यहां पर जुआ खेलने, गांजा पीने, शराब पीने, हथियार छिपाने, मारपीट करने, लड़कियों को ले जाकर बलात्कार करने जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इन कॉलोनियों की इमारत टूटी होने की वजह से यहां बेहद कम संख्या में लोग रहते है। अब अपराधियों ने इसे अपराध का अड्डा बना लिया है। यहां पर स्ट्रीट लाइट तक नहीं है। अधिकांश इमारतों की दरवाजे, खिड़कियां चोरी हो चुकी है। परिसर में आवारा लोग नशा करते है। परिसर के लोग इनकी गुंडागर्दी से परेशान हो चुके है। वे इन गुंडों का बंदोबस्त करने की मांग कर रहे है।

इन कॉलोनियों में प्रशासन को सुरक्षा देना चाहिए अथवा यहां पर सरकारी कार्यालय, दवा उपचार केंद्र, लघु उद्योग, क्लीनिक शुरू करने से जगह की सुरक्षा होगी और इसका दुरुपयोग बंद होगा।

– राम दिनकर मेहता, निवासी, गांधीनगर