नासिक

Published: Feb 10, 2023 07:02 PM IST

Sharad Pawarमहाराष्ट्र की तस्वीर बदलने में शिक्षा क्षेत्र का अहम योगदान: शरद पवार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Photo - Twitter - @PawarSpeaks

नासिक : महाराष्ट्र (Maharashtra) की तस्वीर बदलने के लिए शिक्षा क्षेत्र (Education Sector) का अहम योगदान है और महाराष्ट्र में कई अच्छे शैक्षणिक संस्थान काम कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि इन संस्थाओं के पीछे प्रदेश का आम आदमी खड़ा है। नासिक के कवि कालिदास कला मंदिर में एमवीआईपीआर के महासचिव एड. नितिन ठाकरे को नागरिक पुरस्कार (Civil Awards) से सम्मानित किया गया, इस मौके पर शरद पवार बोल रहे थे। 

शरद पवार ने आगे कहा कि देश में नई शिक्षा नीति लाई जा रही है। कुछ नए मुद्दे सामने आ रहे हैं तो कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं, इसलिए सभी को मिलकर इस नीति से अच्छी चीजें प्राप्त करने के लिए चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी की समृद्धि के लिए इन शिक्षण संस्थानों का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी समृद्ध होने के साथ-साथ कई नए क्षेत्रों में भी काम कर सके, इस क्षेत्र में भी काम होना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि देश एक कृषि प्रधान देश है। उन्होंने कहा कि पहले 35 प्रतिशत लोग कृषि में लगे हुए थे, अब 56 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि क्षेत्र से जुड़े हैं। 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रिमो शरद पवार ने कहा कि कृषि पर अधिक बोझ है और शिक्षा के माध्यम से नवीन शोध करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा में बहुत योगदान दिया, कृषि को वैज्ञानिक दृष्टिकोण देकर कृषि को समृद्ध बनाने का दृष्टिकोण दिया। पवार ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को विद्यार्थियों को विज्ञान उन्मुखी दृष्टि प्रदान करना चाहिए। 

संस्थान भविष्य में दुनिया भर के विश्वविद्यालयों के साथ जुड़कर काम करेगा

नासिक में गोखले शिक्षा संस्थान की प्रगति में डॉ. एम एस गोसावी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही मराठा विद्या प्रसारक समाज समेत कई संगठन काम कर रहे हैं। शरद पवार ने कहा कि मराठा विद्या प्रसारक संस्था महाराष्ट्र को प्रतिष्ठा दिलाने वाली और छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने वाली संस्था है। संगठन की धुरी को नितिन ठाकरे संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान भविष्य में दुनिया भर के विश्वविद्यालयों के साथ जुड़कर काम करेगा। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में राजनीति न लाने, एक दायरे से बाहर न जाने का भी आग्रह किया।