NMC के कामकाज में नासिक जिला परिषद का हस्तक्षेप, बिना इजाजत स्कूलों का निरीक्षण

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    नासिक : नासिक जिला परिषद (Nashik District Council) के प्राथमिक शिक्षा विभाग (Department of Primary Education) की ओर से महानगरपालिका (Municipal Corporation) सीमा क्षेत्र के निजी (Private) और सरकारी स्कूलों (Government Schools) की जांच (Investigation) की, जिसे लेकर महानगरपालिका ने आक्षेप दर्ज किया। साथ ही बगैर महानगरपालिका की अनुमति स्कूलों की जांच न करें, ऐसी सूचना भी दी। ग्रामीण क्षेत्र में जिला परिषद तो शहर में महानगरपालिका का स्कूलों पर नियंत्रण होता है। स्कूलों की जांच करने के लिए दोनों संस्था के स्वतंत्र अधिकार है। 

    नासिक महानगरपालिका सिमा क्षेत्र में कुल 340 स्कूल है। इन स्कूलों का नियंत्रण महानगरपालिका के पास है। फिर भी नासिक जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों की वार्षिक जांच शुरू की, लेकिन इस बारे में मनपा को कोई भी जानकारी नहीं दी। स्कूलों में वार्षिक जांच करने का अधिकार महानगरपालिका के शिक्षा विभाग का होने के बाद भी स्कूलों की जांच करने से मनपा की शिक्षाणाधिकारी सुनीता धनगर ने जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजकर नाराजगी व्यक्त की। 

    तीन स्कूल अपात्र

    नासिक जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने जनवरी माह में स्कूलों की वार्षिक जांच की। 340 स्कूल में से 16 स्कूलों को अनुमति न होने की जानकारी महानगरपालिका के शिक्षा विभाग को दी। महानगरपालिका के शिक्षा विभाग ने 16 स्कूलों से अनुमति दस्तावेज के बारे में जानकारी मंगाई। इसमें से 13 स्कूलों ने दस्तावेज पेश किए। वडाला स्थित खैरुल बनात इंग्लिश मीडियम स्कूल, जेल रोड स्थित एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल, चुंचाले स्थित वंशराजे हिंदी माध्यमिक आदि तीन स्कूलों को अनधिकृत घोषित किया गया।