नाशिक

Published: Mar 06, 2022 05:45 PM IST

Khadse-Mahajan Controversyएकनाथ खडसे मुझसे वरिष्ठ नहीं हैं ! : गिरीष महाजन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक/जलगांव : पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) के पास फिलहाल कोई काम नहीं है। घर में अकेले बैठने से उनकी मानसिकता खराब हो गई है। पूर्व मंत्री गिरीष महाजन (Girish Mahajan) ने उन्हें इस बात का सबूत देने की चुनौती दी है कि महाजन ने पैसे लिए थे। इसलिए एक बार फिर खडसे-महाजन विवाद (Khadse-Mahajan Controversy) की तस्वीर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के नाशिक प्रभारी के रूप में नियुक्ति के बाद जब वे पहली बार शहर आए, तो महाजन ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत की। खडसे के आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा कि वह खडसे के बयान को ज्यादा महत्त्व नहीं देते। उन्होंने कहा कि उनकी मानसिकता खराब हो गई है। खडसे मुझसे वरिष्ठ नहीं हैं। उनसे पहले मैं भाजपा में हूं। खडसे को उम्मीदवारी जल्दी मिल गई थी, इसलिए उन्हें सीनियर नहीं कहा जा सकता। उन्होंने बताया कि खडसे ने उनके कारण आज इस मुकाम पर हैं।

उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार गैंडे की खाल की तरह है। लोगों की समस्याओं से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना आज नवाब मलिक जिंदाबाद की घोषणा कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुणे दौरे को लेकर शरद पवार द्वारा लगाए गए आरोप राजनीतिक हैं। किसी भी आंशिक कार्य का उद्घाटन नहीं किया गया है। छात्रों को यूक्रेन से वापस लाया जा रहा है। लेकिन विपक्ष यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। वर्तमान में राज्यपाल को हटाने का काम चल रहा है। लेकिन राज्यपाल की नियुक्ति शिवसेना, एनसीपी के हाथ में नहीं है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि महाविकास अघाड़ी की भूमिका यह है कि आप जैसा चाहें वैसा करें या इसे हटा दें।

राउत एनसीपी के प्रवक्ता हैं 

फोन टैपिंग के आरोपों पर बोलते हुए, महाजन ने कहा कि राऊत के शब्दों का कोई मूल्य नहीं है। जब राज्य में गठबंधन की सरकार थी तो राऊत गायब हो गए। उस समय उन्हें कोई नहीं जानता था। उन्हें एनसीपी के प्रवक्ता के रूप में जाना जाता है और तब से वे लोगों के बीच जाने जाते हैं। संजय राऊत ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को तोड़ने की पहल की है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर फोन टैपिंग का कोई सबूत है, तो उसे पेश किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि राऊत की जुबान को हड्डी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब रश्मि शुक्ला की जांच के संबंध में सबूत सामने आऐंगे तभी कुछ बात होगी।