नाशिक

Published: Jan 20, 2021 08:55 PM IST

vaccineकोरोना टीके को लेकर कर्मचारी उदासीन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक. सरकार की ओर से देशभर में बड़े उत्साह के साथ कोविड-19 प्रतिबंधक टीकाकरण (Covid-19 vaccination) शुरू किया गया है, लेकिन दूसरे दिन स्वास्थ्य कर्मियों (Health workers) में टीके को लेकर बड़े पैमाने पर उदासीनता देखने को मिली। नाशिक जिले (Nashik district) में 1 हजार 300 में से केवल 710 लोगों ने टीका लगवाया, जबकि 590 लोगों ने टीका लगवाने से इंकार कर दिया। टीकाकरण का प्रतिशत केवल 55 रहा है। 

बता दें कि 16 जनवरी से देशभर में टीकाकरण का शुभारंभ हुआ है। सरकार के टीकाकरण एप में तकनीकी खामियां आने के बाद विगत दो दिनों से टीकाकरण स्थगित किया गया था, जो मंगलवार से फिर से शुरू किया गया। टीकाकरण के दूसरे दिन नाशिक जिले के 13 केंद्रों पर 1 हजार 300 लाभार्थियों को टीका लगाने का नियोजन किया गया, लेकिन 590 लोगों ने इसे लगवाने से इंकार कर दिया। ये सब अनुपस्थित रहे।

कई लोगों ने अन्य बीमारियां व एलर्जी के कारण टीका लगवाने से इंकार किया। इसलिए दिनभर में जिले में केवल 710 लाभार्थियों को ही टीका लगाया गया। टीकाकरण के प्रारंभ में 745 लाभार्थियों ने टीका लगवाया था। इसमें से औसतन 20 लोगों में टीकाकरण के बाद सौम्य तकलीफ होने की जानकारी दर्ज की गई। सरकार के टीका के ऐच्छिक करने के कारण अनेक कर्मियों ने भय से इसे लगवाने से इंकार किया। नाशिक विभाग के 40 केंद्रों पर टीकाकरण की शुरुआत हुई। कोविड-19 प्रतिबंधक टीके का कोई भी विपरीत परिणाम नहीं होने की बात सरकार ने कही है। इसके बावजूद कर्मियों में भय का माहौल बना हुआ है। सरकार द्वारा निश्चित किए मार्गदर्शक सूचनाओं के अनुसार प्रत्येक कर्मियों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीका लगाने के बाद आधा घंटे तक कक्ष में रोका जा रहा है। विपरीत परिणाम होने पर इसके लिए विशेष कक्ष बनाया गया है। टीकाकरण का प्रथम चरण स्वास्थ्य कर्मी, दूसरा पुलिस, राजस्व विभाग के कर्मियों के लिए है।

जिले में कहां कितना हुआ टीकाकरण