नाशिक

Published: May 03, 2022 03:23 PM IST

Chalisgaon रास्ता न होना, जूनोने गांव के विकास में बाधक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक : वन्यजीव अभयारण्य (Wildlife Sanctuary) से गांव तक 2.5 किलोमीटर, की मुख्य सड़क परिवहन (Main Road Transport) की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है, लेकिन पक्का मार्ग (Pucca Marg) न होने के कारण जूनोने गांव का विकास बाधित हुआ है, वन विभाग ने इस सड़क की मरम्मत की अनुमति नहीं दी है। गांव के लोग कन्नड़ सीमा तक 2 किमी सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं। 

तहसील में जूनोने गांव (Junone Village) मराठवाड़ा (Marathwada) और उत्तरी महाराष्ट्र ( North Maharashtra) की सीमा पर स्थित 2,000 निवासियों (Residents) का एक गांव है। चालीसगांव शहर (Chalisgaon City) से कुल 2.5 कि.मी की दूरी पर है। चूंकि गांव खानदेश संभाग में आता है, ग्रामीणों को वन्यजीव अभयारण्य से डेढ़ मील की दूरी पार करनी पड़ती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षो में सड़कों की हालत खस्ता हो गई है। 

शिक्षा, चिकित्सा सेवाओं जैसी सुविधाओं से वंचित है

सड़क की हालत बहुत जर्जर है। गांव बच्चों की शिक्षा और चिकित्सा सेवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। पहाड़ी इलाके में बसा यह गांव आज भी पिछड़े गांव के तौर पर जाना जाता है। कुछ ग्रामीणों ने गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त की कि भयावह तस्वीर केवल एक सड़क के कारण हुई है। सरपंच राठौर का इस बारे में कहना है कि चूंकि कन्नड़ तहसील करीब है, इसलिए छात्र आवश्यक शिक्षा के साथ-साथ सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्मेश पाटिल, मंगेश चव्हाण और प्रशासन से जाति को निशाना बनाकर इस मुद्दे का समाधान करने का भी अनुरोध किया है।