नाशिक

Published: Mar 07, 2022 05:01 PM IST

Mission Indradhanush 4.0नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों के लिए शुरू हुआ 'मिशन इंद्रधनुष 4.0', पढ़ें विस्तार से

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक : जिला परिषद स्वास्थ्य विभाग (Zilla Parishad Health Department) द्वारा जिले की नियमित टीकाकरण (Routine Immunization) गतिविधियों को बढ़ाने और सभी बच्चों (Children) को उनकी उम्र के अनुसार टीकाकरण (Vaccination) कर उनकी रक्षा करने के लिए सोमवार 7 मार्च से नाशिक जिले में ‘मिशन इंद्रधनुष 4.0’ लागू किया गया है। नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों के लिए यह मिशन इंद्रधनुष 4.0 शुरु किया गया है। इसमें शून्य से 5 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों जिन्हें नियमित टीकाकरण किया गया उन्हें छोड़ उन बच्चों का पता लगाया जाएगा और उनका टीकाकरण पूरा किया जाएगा जो टीके से वंचित रह गए।

जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रिस्क एरिया के बच्चों का सर्वे किया गया। इनमें वाडे बस्तियां, श्रमिक बस्तियां, गन्ना तोड मजदूरों के घर, मलिन बस्तियां, श्रमिक बस्तियां, ईंट भट्ठे, प्रवासी निर्माण श्रमिक, निविदा बागवानी मजदूर, गांव जहां स्वास्थ्य कर्मियों के पद रिक्त हैं, एैसे स्थानों पर पोलियो के टीके से लगाए जा रहे हैं। और भी कई ऐसे इलाकों का सर्वे किया जा रहा है जहां बच्चे पोलियों की खूराक से वंचित रह गए हैं। इसके लिए मिशन इंद्रधनुष्य 4.0 नाशिक जिले में चलाया जा रहा है। इस काम के लिए जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, स्वास्थ उपकेंद्र में आयोजन कर के लाभार्थियों को टीके लगाए जा रहे हैं। इस मोहीम का शुभारंभ नाशिक जिले के निफाड तहसील से किया गया. जहां चितेगांव फाटा और वरेदारणा में बच्चों को ढूंढ कर टीका लगाया गया।

इस अभियान का जिला स्तरीय उद्घाटन समारोह किया गया। यह अभियान इसी माह से अगले 2 माह तक लागू रहेगा। 7 मार्च से 14 मार्च, 4 अप्रैल से 11 अप्रैल, 9 मई से 14 मई तक लागू किया जा रहा है। पल्स पोलियो की तरह, आपके क्षेत्र के 0 से 5 वर्ष की आयु के सभी बच्चे जिन्हें उपरोक्त अवधि के दौरान टीकाकरण नहीं किया गया है, वे निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क करें और अपने क्षेत्र में नियोजित टीकाकरण सत्र में भाग लें। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बच्चों से टीकाकरण और सुरक्षा की अपील की और  बच्चे का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने की अपील की। डॉ. कपिल अहेर, जिला मातृ एवं शिशु देखभाल अधिकारी डॉ. कैलास भोय, अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. युवराज देवरे, सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी शैलेश निकम ने जिले के नागरिकों से लाभ उठाने की अपील की है।