नासिक

Published: Mar 03, 2024 05:57 PM IST

Nashik Police Action शराब के छिपे अड्डों पर चलेगा नासिक पुलिस का डंडा, जनता खुद बता रही है गुप्त ठिकानों का पता

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
नासिक: शहर में प्रतिबंधित गुटखा और नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का नासिक के लोगों ने स्वागत किया है। इसके चलते अब नागरिकों ने पुलिस कमिश्नरेट की व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर शराबियों के अड्डे की शिकायत की है। इसलिए शहर में शराबियों के छिपे ठिकानों पर जल्द ही शहर पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने की संभावना है। पुलिस ने भी जनता के सहयोग को सराहा है। 

पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक के आदेश पर पिछले सप्ताह शहर में प्रतिबंधित गुटखा और नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान शहर की पान की दुकानों में छापेमारी की गई थी। इस कार्रवाई में शहर में 365 पान दुकानों की जांच करते हुए 164 पान दुकान चालकों पर कार्रवाई की गई। इससे शहर के कई पान दुकान चालक घबरा गए हैं।  पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई का नागरिकों ने स्वागत किया है, शहर में शराबियों के छिपे ठिकानों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस कमिश्नरेट की व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर शिकायत की गई है। 

 

पुलिस कमिश्नरेट की व्हाट्सएप हेल्पलाइन 99233 23311 पर ऐसी करीब 18 शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों पर पुलिस कमिश्नर ने संज्ञान लिया है और जल्द ही शहर में ऐसे छुपे ठिकानों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। 

शराबियों के ‘छिपे हुए’ पार्सल ठिकाने
– शाम से लेकर रात तक शहर के कई उपनगरों में खाने की गाड़ियां लगती है। शराबी यहां शराब के पार्सल लाते हैं। ये शराबी ठेले पर आने वाले लोगों को परेशान करते हैं। 

– शराब की दुकानों पर गिलास, पानी की बोतलें भी उपलब्ध कराई जाती हैं। कई शराब की दुकानों पर ही शराबी शराब पीते हैं। चकना भी उसी दुकान पर मिलता है। 
– शरणपुर रोड पर एक शराब की दुकान है और पास के मेडिकल सेंटर से शराबियों को ‘चकना’ बेचा जाता है। तो सवाल ये है कि ये मेडिकल है या चाकना बेचने वाली दुकान। 
– त्र्यंबक नाका क्षेत्र में शराब की दुकानों के बगल में, शराबियों को शराब पीने के लिए विक्रेताओं द्वारा खुली जगह उपलब्ध कराई जाती है। 
– उपनगर में खुली जगहें, परित्यक्त इमारतें और पार्क देर रात तक नशे की पार्टियों से भरे रहते हैं। 
 
-गोल्फ़ क्लब के मैदान में रात में शराब पीने का भी दौर चलता है. इसकी शिकायत जॉगर्स द्वारा सीधे पुलिस आयुक्त से की गई।