नाशिक

Published: Aug 23, 2022 03:13 PM IST

Nashik News राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने महानगरपालिका कमिश्नर से मुलाकात कर, उन्हें शहर की समस्याओं से अवगत कराया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक : नाशिक शहर में महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार (Municipal Commissioner Dr. Chandrakant Pulkundwar) का स्वागत गड्ढों (Pits) से हुआ, जो दर्दनाक बात है। इसलिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के शहर अध्यक्ष रंजन ठाकरे (Ranjan Thackeray) के नेतृत्व में शिष्टमंडल (Delegation) ने महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार को शहर की सड़कों पर होने वाले गड्ढे (Potholes), यातायात (Traffic) समस्या सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस समय गजानन शेलार, अनिता भामरे, गौरव गोवर्धने, सलीम शेख, मधुकर मौले, मनोहर कोरडे, मनीष रावल, महेश भामरे, बालासाहब जाधव, समाधान तिवडे, गणेश पेलमहाले, औसफ हाश्मी, सागर लामखेडे, नाना पवार, साजिद मुलतानी, नदीम शेख, शरीफ शेख, जय कोतवाल, चैतन्य निकाले, विक्रम कोठुले, राजेश भोसले, योगिता आहेर, रुपाली पठारे, संगीता पाटिल, संतोष भुजबल, निलेश जगताप, सज्जन कलासरे, रितेश केदारे आदि उपस्थित थे। 

ठेकेदारों को काली सूची में डाला जाए

इस बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रंजन ठाकरे ने कहा, नाशिक शहर की अच्छी सड़कें गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए। परंतु इसके बाद दोबारा सही तरह से सड़कों का निर्माण नहीं किया गया। स्मार्ट सिटी कंपनी ने विकास कार्य के नाम पर खोदी गई सड़कें और आधा अधूरा छोड़ा गया कार्य से नागरिक बेहाल हो गए है। शहर की पुरानी सड़कों पर गड्ढे नहीं है। बल्कि नई तरह से बनाई गई सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे होने से ठेकेदार द्वारा किया गया कार्य निकृष्ट होने की बात सामने आई है। संबंधित ठेकेदारों को काली सूची में शामिल करना चाहिए। बारिश के चलते सड़कों पर होने वाले गड्ढों की ठेकेदार द्वारा पूरी तरह से मरम्मत नहीं की जा रही है। सड़कों पर होने वाले गड्ढे और स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा छोड़े गए आधे अधूरे कार्य के चले शहर की यातायात आए दिन ठप हो रही है। 

यातायात ठप

इसके चलते रुग्णवाहिका को अस्पताल और मरीजों तक पहुंचने में देरी हो रही है। विशेष यह है कि शहर में शाम के समय यातायात ठप हो रही है, जिसे सुचारू करने के लिए पहले ट्रॅफिक वॉर्डन का चयन किया गया था, जो अब नहीं है। इस ओर महानगरपालिका कमिश्नर ने गंभीरता से ध्यान देने की मांग की गई है।