नाशिक

Published: Feb 28, 2022 06:27 PM IST

Russia-Ukraine Warरूस-यूक्रेन युद्ध का भारत पर बड़ा असर, भविष्य में आसमान छूएंगे पेट्रोल-डीजल के दाम: डॉ. भागवत कराड

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक : रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) इस समय दुनिया को हैरान कर रहा है, क्योंकि दुनिया भर के लोग इन देशों में फंसे हुए हैं। हर देश अपने लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। इस युद्ध का कमोबेश दूसरे देशों की अर्थव्यवस्थाओं (Economies) पर भी उतना ही प्रभाव पड़ेगा। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड ने बड़ा बयान दिया है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने भारतीयों की जेब पर भारी असर डाला है।

वहीं आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। इस युद्ध ने भारतीयों की चिंता भी बढ़ा दी है। देश में अब महंगाई कैसे कम हो जबकि महंगाई आसमान छू रही है? केंद्र सरकार इस पर विचार कर रही है। लगभग तय है कि केंद्रीय मंत्री के इस बयान से भारतीयों की जेब पर और बोझ पड़ेगा। युद्ध के बारे में पूछे जाने पर, केंद्रीय वित्त मंत्री भागवत कराड ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध से देश पर असर पड़ेगा और भविष्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ेंगी। साथ ही महाराष्ट्र के करीब 1200 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें वापस लाने की तैयारी की जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर हमला करने पर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की चेतावनी दी है। लेकिप उनकी चेतावनियों के बावजूद, रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया। इससे दुनिया में चिंता बढ़ गई है। क्या रूस को रोकने वाला कोई नहीं है ? ऐसा प्रश्न अब खड़ा हो रहा है। यूक्रेन ने कल भारत से मदद मांगी थी। लेकिन अभी तक केंद्रीय मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। इसमें भारत की क्या भूमिका होगी ? और सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि युद्ध के बढ़ते ज्वार को कैसे रोका जाए।

युद्ध में अमेरिका की क्या भूमिका है ?

यूक्रेन पर हमला करने के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की संपत्ति जब्त करने की चेतावनी दी है। रूस ने अमेरिका और यूरोपीय देशों की संपत्ति जब्त करने की कोशिशों का जवाब दिया है। रूस ने चेतावनी दी है कि अगर पुतिन की संपत्ति जब्त की जाती है, तो इसका इस्तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देशों की संपत्ति को जब्त करने के लिए किया जा सकता है। रूस के पास फिलहाल दुनिया के सामने दो विकल्प हैं। या तो रूस के साथ युद्ध या तृतीय विश्व युद्ध का प्रकोप। या फिर अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने वालों पर सख्त पाबंदियां लगाकर स्थाई सबक सीखना होगा। अगर तीसरे विश्व युद्ध से बचना है, तो रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने होंगे, ऐसा अमरीकी राष्ट्रपति जो बाईडन ने संदेश दिया है। नाशिक में केंद्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड पत्रकारों को यह जानकारी दे रहे थे। कराड इन दिनों नाशिक के लंबे दौरे पर हैं।