नासिक
Published: Dec 01, 2022 03:07 PM ISTSanjay Rautडैमेज कंट्रोल के लिए संजय राउत नासिक के दो दिवसीय दौरे पर
नासिक : एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनके साथ गए विधायकों (MLAs) के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का साथ छोड़ने के बाद नासिक में जिले में डैमेज कंट्रोल (Damage Control) के लिए शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) को नासिक जिले के दौरे पर भेजने का फैसला शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने लिया। इस फैसले के तहत संजय राउत नासिक के दो दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं। अपने दौरे पर संजय राउत शिवसेना के नगरसेवकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। अपने दौरे के पहले दिन एक दिसंबर को नगरसेवक से चर्चा करने के बाद 2 दिसंबर को भी वे नगरसेवकों से चर्चा करेंगे।
राज्य में विगत जून महीने में सत्ता परिवर्तन के बाद शिवसेना को बड़ा झटका लगा था। राज्य में सत्ता गंवाने के अलावा शिंदे गुट की तरफ की ओर आकर्षण बढ़ने के कारण शिवसेना के कई निष्ठावान पदाधिकारियों ने शिंदे गुट का दामन थामने का मन बनाया और बहुत से लोगों ने शिंदे की शिवसेना में प्रवेश कर लिया। शिंदे गुट का दामन थामने का सिलसिला केवल नासिक में ही नहीं राज्य के कई शहरों में यह दौर चलता रहा। पुणे, औरंगाबाद, नासिक नगरपालिकाओं पर सत्ता कब्जा करने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कमर कस ली है और नासिक में शिवसेना से असंतुष्ट लोगों को मनाने की जिम्मेदारी संजय राउत को सौंपी है और इसलिए संजय राउत दो दिन के नासिक दौरे पर आए हुए हैं।
उद्धव ठाकरे ने संजय राउत को नासिक दौरे पर भेजा है
नासिक के पालक मंत्री दादा भुसे, विधायक सुहास कांदे, प्रवीण तिदमे शिंदे गुट से हैं, ऐसे में अगर वर्चस्व की बात करें तो शिंदे गुट का दबदबा नासिक जिले पर ज्यादा दिखता है। उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 12 पूर्व पार्षदों से पिछले दिनों संपर्क भी किया था। मंगलवार 29 नवंबर को यह कहा गया कि इन नगरसेवकों ने शिवसेना में प्रवेश भी कर लिया, लेकिन बाद में यह पता चला कि इन नगरसेवकों ने अभी शिवसेना का दामन नहीं थामा है। नासिक जिले में शिवसेना का गढ़ बनाए रखने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संजय राउत को नासिक दौरे पर भेजा है।
नासिक महानगरपालिका पर शिवसेना की ही सत्ता आएगी: राउत
राऊत अपने 1 और 2 दिसंबर के दौरे में शिवसेना से नाराज चल रहे नगरसवकों और पदाधिकारियों से विस्तार से चर्चा करेंगे और उन्हें भरोसा दिलाएंगे कि शिवसेना अभी भी पहले की ही तरह मजबूत है और नासिक महानगरपालिका पर शिवसेना की ही सत्ता आएगी। संजय राउत का दो दिवसीय दौरा नासिक के उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना के लिए कितना कारगर होगा, यह तो दौरा समाप्त होने के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन राउत का दो दिवसीय नासिक दौरा उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना में उपजी निराशा को किस हद तक दूर कर पाया है, इसे लेकर चर्चाएं अभी से ही शुरु हो गई है।