नाशिक

Published: Jun 08, 2021 07:17 PM IST

Satana'सटाणा सुंदर शहर, स्वच्छ शहर' का नारा झूठा, भरी नालियों, कीचड़ भरे रास्तों से नागरिक परेशान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

सटाणा. शहर के कीचड़ युक्त रास्ते, नागरिक बस्तियों के रास्तों पर गढ्ढों में जमा पानी और जाम हुई नालियों के कारण बारिश (Rain) के दिनों में पालिका प्रशासन के आपत्ति व्यवस्थापन की पोल खुल गई है। यह पालिका की खुली लापरवाही है जो लाखों रुपयों का कर देने वाली जनता को परेशान कर रही है। शहर की वृंदावन कॉलोनी, संमित्र हाउसिंग, श्रमिकनगर, टेलीफोन कॉलोनी, शिवाजी कॉलोनी में आंतरिक सड़कें (Roads) मरम्मत के अभाव में जर्जर स्थिति में हैं। 

सड़कें जर्जर होने के कारण बरसात के दिनों में इलाका कीचड़युक्त होता जा रहा है। बरसात के मौसम में जमे पानी से मच्छरों (Mosquitoes) का प्रकोप बढ़ जाता है जिससे मच्छरजनित रोगों के फैलने का खतरा रहता है। ऐसे में नागरिकों का स्वास्थ्य भी खतरे में पड़ जाता है। वहीं दूसरी ओर लोगों को जान जोखिम में डालकर कीचड़ भरे रास्तों पर चलना पड़ रहा है। नाले की स्थिति भी इससे अलग नहीं है। तहराबाद रोड, मित्रनगर, नामपुर रोड, साठफुटी रोड पर नालों की असामयिक सफाई से कुछ जगहों पर बदबू फैल रही है। नतीजतन, ‘सटाणा सुंदर शहर, स्वच्छ शहर’ का नारा झूठा सिद्ध हो रहा है। नागरिकों की मांग है कि प्रशासन पिछले कई दिनों से बंद पड़े नालों को साफ करे।

प्रशासन ने किये ये इंतजाम

नगरपालिका क्षेत्र के तहराबाद रोड, कचेरी रोड, यात्रा मैदान क्षेत्र में बड़े-बड़े नाले साफ कर दिए गए हैं। बिजली के प्रवाह में बाधा डालने वाले पेड़ों को काट दिया गया है। मानसून से पहले कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। दमकल सेवा को तैयार रखा गया है। आपातकालीन व्यवस्था में प्राथमिक उपचार समूह का गठन किया गया है। तलाशी टीम बनाई गई है। आश्रय समूह का गठन किया गया है। चिकित्सा सेवा के तहत एक आपातकालीन टीम का गठन किया गया है।

जर्जर इमारतें

जर्जर इमारतों को गिराने के संबंध में एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया है और शहर में 9 इमारतों को जर्जर माना गया है। इन इमारतों के संबंधितों को नोटिस जारी किया गया है।

आपात स्थिति के लिए नगर पालिका के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है। वर्ष 2020-21 के बजट में आपातकालीन व्यवस्था के लिए 15.00 लाख रुपये का आपातकालीन प्रावधान किया गया है।

– सुनील मोरे, नपा अध्यक्ष

सभी नगर परिषदों की प्रशासनिक व्यवस्था आपात स्थिति में पुलिस प्रशासन और राजस्व के समन्वय से कार्रवाई के लिए तैयार है।

–हेमलता डगले-हिले, मुख्य अधिकारी