नाशिक

Published: Aug 24, 2022 04:56 PM IST

Students Deathइगतपुरी में फूड पॉइजन से बच्चों के आश्रम में दो बच्चों की मौत, 2 की हालत नाजुक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

इगतपुरी : इगतपुरी (Igatpuri) शहर के मतिमंद आश्रम स्कूल (Ashram School) के विद्यार्थियों खाने या पानी से विषबाधा (Poisoning) होने से दो विद्यार्थियों (Students) की मौत (Death) हो गई, जबकि दो अन्य विद्यार्थियों की तबीयत (Health) खराब होने के कारण उसे नाशिक के जिला अस्पताल (District Hospital of Nashik) में भर्ती किया गया है। चार विद्यार्थियों का इगतपुरी के ग्रामीण अस्पताल में इलाज जारी है। इस घटना की जानकारी मिलते ही इगतपुरी के ग्रामीण अस्पताल के तहसील चिकित्सा अधिकारी एम. बी. देशमुख ने उक्त विद्यार्थियों का उपचार किया। इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद इगतपुरी ग्रामीण अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी डॉ. प्रदीप इंगोले और विशेष पथक की अधिक्षिका डॉ. स्वरूपा देवरे के अनुपस्थित रहने से वहां के लोगों ने रोष व्यक्त किया।  

जिन स्कूल में यह घटना हुई है, वहां 120 छात्र  रहते हैं। मंगलवार की रात खिचड़ी खाने के बाद उनमें से 8 विद्यार्थियों को विषबाधा हुई, उन्हें उल्टी होने लगी। तबीयत खराब होने के कारण इन छात्रों को इगतपुरी के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि दो छात्रों की हालत नाजुक बताई जा रही है, इन बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया और चार छात्रों का यहां इलाज चल रहा है। 

नासिक जिला अस्पताल में इलाज जारी

छात्रों को कल सुबह से ही परेशानी होने लगी थी। इस घटना में हर्षल भोइर (23, निवासी भिवंडी, जिला ठाणे और मोहम्मद शेख, (11) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है, जबकि दो छात्रों प्रथमेश नीलेश बुवा (17 वर्ष) और देवेंद्र कुरुंगे (15 वर्ष) का नाशिक जिला अस्पताल में इलाज जारी है। इन छात्रों ने जो खिचड़ी खाई थी, उसके नमूने एकत्र किए गए हैं। 

दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

विषवाधा के कारण जिन विद्यार्थियों की मौत हुई है, उनके शवों को आगे के पोस्टमार्टम के लिए नाशिक के जिला अस्पताल भेज दिया गया है। ग्रामीण अस्पताल में पुलिस उपाधीक्षक अर्जुन भोसले, पुलिस निरीक्षक वसंत पथवे, सहायक पुलिस निरीक्षक सोपान राखोंडे, प्रमुख पंकज गोसावी, नायब तहसीलदार प्रवीण गुंडेल, स्वास्थ्य निरीक्षक यशवंत ताठे और शहर के विभिन्न पक्षों के समाजसेवी मौजूद रहे। इगतपुरी त्र्यंबकेश्वर विधायक हिरामन खोसकर ने मानसून सत्र में इस घटना को लेकर आवाज उठाई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।