नाशिक

Published: Jul 21, 2021 10:11 PM IST

Virtual Video Conferencingनाशिक के सिविल कोर्ट में शुरू हुआ वर्चुअल कामकाज, वकिलों ने पहली बार घरों से पेश की दलीलें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक. नासिक (Nashik) स्थित वरिष्ठ स्तर (Senior Level) के द्वितीय सह सिविल जज (Civil Judge) ने वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंसिंग (Virtual Video Conferencing) के माध्यम से सिविल मुकदमों का कार्य प्रारंभ किया। कोरोना संक्रमण के चलते वकिलों ने प्रत्यक्ष कोर्ट में न आते हुए अपने घरों से ही विडीओ कोंफ्रेंसेस के माध्यम से तर्क किया। नासिक के सीनियर सिविल जज  ने वर्चुअल माध्यम से शांतिपूर्वक वकीलों की दलीलें सुनीं। वरिष्ठ वकिलों के ऑनलाइन सिविल  कामकाज का शुभारंभ करने पर वकील और पक्षकारों ने स्वागत किया।

मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देश के तहत नाशिक के जिला न्यायाधीश और  ई कमिटी ने वर्च्युअल माध्यम द्वारा नाशिक जिले के किसी भी कोर्ट में  दाखिल प्रकरण का कामकाज करने के लिए ऑनलाइन लिंक उपलब्ध कराई गई है। इसके तहत एक प्रकरण में प्रतिवादी के लिए वरिष्ठ वकील अनिल रामचंद्र देशपांडे ने अपने घर से एक आवेदन पर ऑनलाइन वर्च्युअल तरिके से तर्क किया। इसके बाद दाखिल प्रकरणों का कामकाज वर्च्युअल शुरू हुआ।  नाशिक जिले में वरिष्ठ वकिलों ने वर्च्युअल के माध्यम से युक्तिवाद करने का यह पहला प्रकरण है। अब वरिष्ठ वकीलों को अपने घर से अलग-अलग प्रकरणों को लेकर तर्क  करना आसान होगा। 

इसके चलते तुरंत निपटाने के जो प्रकरण है उससे  पक्षकारों को न्याय मिलना आसान हो गया है। साथ ही कोर्ट का कामकाज भी शुरू होने की अपेक्षा सभी वकिलों ने व्यक्त की। व्हर्चुअल कामकाज को वरिष्ठ वकील अ. रा. देशपांडे को उनके सहायक वकील प्रशांत जोशी, प्रितीश कंसारा, विक्रम सालवे आदि ने मदद की। नाशिक जिले के सभी न्यायालय में इस तरह का कामकाज शुरू होने से पक्षकार और वकिलों का समय बचने वाला है।