महाराष्ट्र

Published: Nov 14, 2022 01:52 PM IST

Ajit Pawar on Awhad Resignationजितेंद्र आव्हाड के इस्तीफे की घोषणा के बाद अजित पवार का बड़ा बयान, शिंदे-फडणवीस सरकार पर उठाए सवाल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई : एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) को मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव’ का शो रद्द करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा उनके खिलाफ छेड़खानी का भी मामला दर्ज किया गया था। इसी के चलते जितेंद्र आव्हाड ने अपने विधायक पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है।

उन्होंने ट्वीट करते हुए अपने इस्तीफे को लेकर बताया है। इसके बाद अब एनसीपी शिंदे-फडणवीस सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गई है। एनसीपी (NCP) ने आरोप लगाया है कि आव्हाड के इस्तीफे के फैसले के लिए गृह मंत्री फडणवीस जिम्मेदार हैं। विपक्ष के नेता और राज्य की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने इस बारे में अपनी  प्रतिक्रिया दी है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा, “उन्होंने घोषणा की है कि मेरे खिलाफ दो-दो मामले दर्ज करने की कोशिश की जा रही है और मैं इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि मैं इस सब से तंग आ गया हूं, यह सारी तानाशाही, जिस तरह से पुलिस बल है दुरुपयोग किया जा रहा है।” वहीं, अजित पवार ने आव्हाड को अनुरोध करते हुए कहा कि, “उन्हें इस तरह इस्तीफा नहीं देना चाहिए। उन्हें ऐसा सोचना भी नहीं चाहिए।”

अजित पवार (Ajit Pawar) ने आगे कहा, “राजनीतिक जीवन में काम करते हुए, हम जिस राकांपा में काम करते हैं, शरद पवार के मार्गदर्शन और नेतृत्व में काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, उन्होंने कई बदलाव देखे हैं। कभी हम सरकार में होते हैं और कभी हम विपक्षी दल में होते हैं, इतनी घटनाएं होती हैं। लेकिन अभी महाराष्ट्र में जिस तरह से एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार काम कर रही है, मैंने खुद देखा कि एक फिल्म बंद करने गए तो पिटने वालों ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड ने इसमें मुझे बचाया। फिर भी जितेंद्र आव्हाड  के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन्हें एक पुलिस स्टेशन में रात भर रखा गया।”

अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि, इसमें कोई संदेह नहीं है कि अच्छी कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है। हर व्यक्ति को संविधान का सम्मान करना चाहिए। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के संविधान का सम्मान किया जाना चाहिए, कानून का सम्मान किया जाना चाहिए। इस पर किसी के असहमत होने का कोई कारण नहीं है।