पुणे
Published: Jul 05, 2023 07:38 PM ISTFake Pass Racketपीएमपी फर्जी पास रैकेट का बड़ा खुलासा, मचा हड़कंप
पिंपरी: भोसरी के पुणे महानगर परिवहन महामंडल (PMP) की बीआरटीएस टर्मिनल (BRTS Terminal) पर फर्जी पास का नवीनीकरण कराने आए युवक की वजह से फर्जी पास के रैकेट (Fake Pass Racket) का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन फर्जी पास तैयार करके देने वाला व्यक्ति कोई और है और वह पुणे छोड़कर चला गया है। इसलिए पुलिस से शिकायत नहीं किए जाने की जानकारी पीएमपी ने दी है, लेकिन इस युवक से पीएमपी ने 20 हजार रुपए का दंड (Fine) वसूल किया है।
इस युवक के साथ और आठ लोग एक ठेकेदार के पास एसी ठीक करने का काम करते है। इस काम के लिए पिंपरी-चिंचवड शहर परिसर सहित पुणे शहर परिसर में काम करने के लिए ये कामगार जाते है। इसके लिए ठेकेदार ने एक कामगार को 9 लोगों का पीएमपी का पास बनवाने के लिए रकम दी थी। इस कामगार ने तीन महीने पूर्व का सारे लोगों का पास निकाला।
नवीनीकरण कराने गए कामगार से मिला फर्जी पास
इसके आगे के महीने में इस कामगार ने खुद का पास बनवा कर पास की जिरोक्स निकालकर अन्य के पास से जोड़कर दिया। ठेकेदार ने अन्य कामगारों के लिए दिए पैसे खुद के पास रख लिए। दस दिन पूर्व फर्जी पास देने वाला यह कामगार ठेकेदार का काम छोड़कर बिहार चला गया, लेकिन पास जुलाई में समाप्त होने के कारण एक कामगार यह फर्जी पास लेकर उसका नवीनीकरण कराने भोसरी के पीएमपी के बीआरटीएस टर्मिनल पर गया था, लेकिन यह पास फर्जी होने के कारण कृष्ण कुमार खाडे और अनिल चौधरी नामक कर्मचारियों का इस पर ध्यान गया। उन्होंने इसकी जानकारी बीआरटीएस स्टॉप के प्रमुख कालूराम लांडगे को दी।
ठेकेदार से 20 हजार का दंड वसूला
इसकी जानकारी मिलते ही पिंपरी मुख्यालय क्रमांक दो के प्रमुख सुनील दिवाणजी घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान पास जांचने वाले राजेंद्र भालके, प्रकाश गाढवे, अनिल आंब्रे को कुल 9 लोगों के पास ऐसे पास होने की जानकारी मिली। इसके लिए ठेकेदार से 20 हजार का दंड वसूल किया गया।
पीएमपी के बस में यात्रा करने वालों की संख्या अधिक है। ऐसे में कंडक्टर को बस में सभी का पास देखना संभव नहीं होता है। पीएमपी के कुछ टिकट निरीक्षक रिटायर हो गए है। एक बस की जांच के लिए कम से कम चार टिकट निरीक्षक की जरुरत है, लेकिन पीएमपी के पास निरीक्षकों की संख्या कम होने के कारण बसों की जांच के लिए दो या तीन टिकट निरीक्षक होते है। नुकसान से बचने के लिए पीएमपी को टिकट निरीक्षक बढ़ाने की जरुरत है।
- सुनील दिवाणजी, प्रमुख, पीएमपी पिंपरी मुख्यालय क्रमांक-2