पुणे

Published: Nov 02, 2021 06:02 PM IST

Municipal Elections 2022दिवाली में भी भाजपा की ‘ऑडिओ ब्रिज’ से बन रही रणनीति

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी:  आगामी महानगरपालिका चुनावों (Municipal Elections) की पृष्ठभूमि पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सभी बूथ प्रमुखों से लेकर पार्षद-पदाधिकारियों तक एक ‘ऑडियो ब्रिज’ (Audio Bridge) के माध्यम से मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है। इसके जरिए दिवाली (Diwali) के मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (BJP State President Chandrakant Patil) और शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) ने एक साथ 1,740 साथियों से बातचीत की। दिवाली के मौके पर पाटिल, लांडगे और वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण जगताप ने ‘ऑडिओ बिज’ के जरिए बूथ प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रमुख, सभी पदाधिकारी और नगरसेवकों से संवाद साधा।

राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार के घर का हर कोना अब ढह रहा है। राज्य के गृह मंत्री सुरक्षित नहीं हैं। पूर्व गृह मंत्री की गिरफ्तारी चिंताजनक है। उधर, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की संपत्ति को सील करने की खबर आई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि आने वाले समय में कई गतिविधियों के होने के संकेत दिए। पाटिल ने बताया कि महाराष्ट्र में 20 मार्च, 2020 को पहला कोविड मरीज मिला था।  उसके बाद डेढ़ साल तक सभी को तरह-तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। नागरिकों की दो खुराक अब कोविड के खिलाफ लड़ाई में पूरी की जा रही है। इससे कुछ राहत है, लेकिन आज भी कई परिवारों की आर्थिक स्थिति मुश्किल है। भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को उन परिवारों की मदद करनी चाहिए जो आर्थिक तंगी में हैं। उन्होंने पार्टी से फरवरी में होने वाले महानगरपालिका चुनावों में अपनी छवि सुधारने के लिए प्रयास करने की भी अपील की।

हम इस अंधेरे को दूर कर आगे बढ़ना चाहते हैं

विधायक महेश लांडगे ने कहा कि इस साल की दिवाली सही मायने में अंधकार से प्रकाश की ओर ले जा रही है। हम एक ऐसे संकट को दूर करते हुए प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं, जिसे हमने एक सदी से अधिक समय में नहीं देखा है। पिछले साल हम पर कोरोना महामारी का संकट आया था। मेरे कई भाई और रिश्तेदार मुझे छोड़कर चले गए। कई परिवार ने अपना आधार खो दिया। कई लोग बेरोजगार हो गए।  हालांकि, अब हम इस अंधेरे को दूर कर आगे बढ़ना चाहते हैं। संवाद सेतू में महापौर उषा उर्फ माई ढोरे, उपमहापौर हिरानानी घुले, सत्तारुढ़ पक्षनेता नामदेव ढाके, स्थायी समिति सभापति नितीन लांडगे, मुख्य प्रवक्ता अमोल थोरात, सरचिटणीस राजू दुर्गे, मोरेश्वर शेडगे, विजय फुगे, बाबू नायर आदि शामिल हुए।