पुणे

Published: Aug 14, 2021 03:51 PM IST

Pune Delta Plusपुणे में पाया गया डेल्टा प्लस का मरीज पूरी तरह से सुरक्षित, पुणे शहर में यह पहला ही मरीज था - डॉ. वावरे

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पुणे. पिछले माह में पुणे शहर (Pune City) के हड़पसर इलाके में पाया गया डेल्टा प्लस (Delta Plus) का मरीज पूरी तरह से सुरक्षित है। सहायक स्वास्थ्य अधिकारी (Assistant Health Officer) डॉ. संजीव वावरे (Dr. Sanjeev Vavre) ने कहा चिंता करने की कोई बात नहीं है।आसपास के इलाके में कोई पॉजिटिव नहीं पाया गया है। इस  बीच, पुणे जिले में डेल्टा प्लस रोगियों की संख्या 6 हो गई है, जिले में 5 और शहर में 1 रोगी पाया गया। 

हड़पसर में पाया गया था मरीज 

इस बारे में डॉ. वावरे ने कहा कि पिछले माह में शहर के हड़पसर इलाके में डेल्टा प्लस का मरीज पाया गया था। लेकिन एनआईवी द्वारा इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। अब यह जानकारी सामने लाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इलाके में सभी जांच की। लेकिन कोई भी संदिग्ध नहीं है। इससे शहर वासियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। डॉ. वावरे के अनुसार पुणे शहर में यह पहला ही मरीज था। जिले में और 5 मरीज ऐसे जिले में 6 मरीज पाए गए है।

राज्य में 66 मरीज 

इस बीच, राज्य में अब तक डेल्टा प्लस प्रकार के कोरोना के कुल 66 मरीज मिल चुके है। इनमें से पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। डेल्टा प्लस के मरीज राज्य के अलग-अलग हिस्सों में देखे गए है। जलगांव में 13, रत्नागिरी में 12, मुंबई में 11, ठाणे में 6, पुणे में 6, पालघर में 3, रायगढ़ में 3, नांदेड़ में 2, गोदिन्या में 2 और चंद्रपुर, अकोला, सिंधुदुर्ग, सांगली नंदुरबार, औरंगाबाद, कोल्हापुर और बीड़ में एक एक मरीज है। राज्य में कुल 66 डेल्टा प्लस मरीज है। दोनों डोज लेने वाले करीब 10 लोग कोरोना डेल्टा प्लस से दोबारा संक्रमित हुए है। 66 में से आठ लोगों ने वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है। ऐसे कुल 18 लोग टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए। इनमें से दो ने कोवैक्सीन ले लिया है और 16 ने कोवशील्ड ले लिया है।

पिछले माह में पुणे शहर के हड़पसर इलाके में पाया गया डेल्टा प्लस का मरीज पूरी तरह से सुरक्षित है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। आसपास के इलाके में कोई पॉजिटिव नहीं पाया गया है। इस बीच, पुणे जिले में डेल्टा प्लस रोगियों की संख्या 6 हो गई है, जिले में 5 और शहर में 1 रोगी पाया गया।

- डॉ. संजीव वावरे, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी, महानगरपालिका