पुणे

Published: Aug 23, 2022 03:32 PM IST

PCMCPCMC संपत्तियों की हिफाजत करनेवाले 3 माह से वेतन से वंचित, विधायक लक्ष्मण जगताप ने प्रशासन को लगाई फटकार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के विभिन्न कार्यालयों, परिसरों, अस्पतालों और पार्कों की सुरक्षा कर रहे सुरक्षा गार्डों को पिछले तीन महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। विधायक लक्ष्मण जगताप (MLA Laxman Jagtap) ने इस पर पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह को पत्र लिखकर प्रशासन को फटकार लगाई है। 

इन सुरक्षा गार्डों से आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने वाली ठेकेदार कंपनी क्रिस्टल के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करें, सुरक्षा गार्डों के बकाया वेतन का भुगतान अविलंब करने का आदेश दें। साथ ही अब से महानगरपालिका सभी सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन दिलाने की व्यवस्था करे, यह सूचना भी उन्होंने दी है।

महानगरपालिका कमिश्नर को लिखा पत्र

इस संबंध में विधायक लक्ष्मण जगताप ने महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि निजी कंपनी क्रिस्टल को महानगरपालिका की संपत्ति, अस्पताल, पार्क और कार्यालयों की सुरक्षा के लिए करोड़ों रुपए की नौकरी दी गई है। इस निजी कंपनी ने अनुबंध के आधार पर सुरक्षा गार्ड रखे हैं। क्रिस्टल कंपनी को महानगरपालिका समय पर अपना पैसा दे रही है, लेकिन क्रिस्टल कंपनी द्वारा सुरक्षा गार्डों को हर महीने समय पर भुगतान नहीं किया जाता है। यह वेतन पिछले तीन माह से बकाया है। 

कंपनी ने पीएफ में भी पैसा जमा नहीं किया

इसी तरह, यह शिकायतें मिली हैं कि क्रिस्टल कंपनी ने सुरक्षा गार्ड के खाते में मार्च 2021 से मार्च 2022 की अवधि के लिए भविष्य निधि (पीएफ) की राशि जमा नहीं की है। साथ ही क्रिस्टल कंपनी सभी सुरक्षा गार्डों को श्रम कानून के तहत कोई लाभ नहीं देती है। नियमानुसार वेतन में वृद्धि नहीं की जाती है। 

अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं

विधायक ने नाराजगी जताई है कि साफ देखा जा रहा है कि यह ठेकेदार कंपनी महानगरपालिका से किए अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं कर रही है। इस संबंध में संबंधित सुरक्षा गार्डों और कुछ जन प्रतिनिधियों ने शिकायत की कि क्रिस्टल कंपनी के प्रबंधक और वरिष्ठ अधिकारी उनसे अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। इस आर्थिक शोषण के खिलाफ संबंधित सुरक्षा गार्डों ने महानगरपालिका के संबंधित अधिकारियों को कई ज्ञापन दिए हैं। कुछ ने विरोध भी किया है। हालांकि सुरक्षा गार्डों का कहना है कि दबाव के चलते प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है। 

एक सुरक्षा गार्ड ने आत्महत्या करने की कोशिश की

सुरक्षा गार्डों को उनकी मेहनत का समय पर भुगतान नहीं मिलने से उनके सामने परिवार की रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। एक ऐसी घटना हुई है जहां एक सुरक्षा गार्ड ने आत्महत्या करने की भी कोशिश की। यह बहुत ही गंभीर मामला है। इन मुद्दों पर प्रशासन को तत्काल कार्रवाई की जरूरत है। श्रम अधिनियम के तहत सुरक्षा गार्डों को लाभ और बकाया मजदूरी के भुगतान में जानबूझकर देरी करने के लिए क्रिस्टल कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही उन्हें हर माह समय पर वेतन दिलाने के संबंध में प्रशासनिक स्तर से तत्काल कार्रवाई करने का भी सुझाव दिया है।