पुणे

Published: Mar 22, 2022 03:10 PM IST

Pune CNG Pumpsपुणे में हर दिन वाहन चालकों का वक्त हो रहा बर्बाद, जानें क्या है पूरा मामला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे: प्रदूषण (Pollution) पर अंकुश लगाने के लिए सीएनजी (CNG) और ई-वाहनों (E-Vehicles) का इस्तेमाल बढ़ना चाहिए, लेकिन इसके लिए जरूरी मशीनरी बेहद सीमित है। पुणे (Pune) में सीएनजी पर चलने वाले वाहनों (Vehicles) की संख्या करीब 2 लाख है। लेकिन इसके लिए केवल 60 पंप ही मौजूद हैं। इन 60 पंपों पर इन दो लाख वाहनों का भार पड़ रहा है। हर दिन हजारों वाहनों में ईंधन भरने के लिए पुणे वासियों को 30 से 40 मिनट तक लंबी कतार (Long Queue) में लगना पड़ता है। 

शहर के सीएनजी पंपों की भीड़ को देखकर कई लोग शहर से बाहर जाकर सीएनजी भरवा रहे हैं। वाहनों की संख्या को देखते हुए पुणे में और कम से कम 200 पंपों की जरुरत है।

सीएनजी पंप बढ़ाने की जरूरत 

पेट्रोल और डीजल की तुलना में सीएनजी की कीमत कम है। इस वजह से अधिकांश वाहनधारक अपने वाहनों को सीएनजी में कन्वर्ट करवा रहे हैं, लेकिन अब वे इस पर पछता रहे हैं। क्योंकि उन्हें वाहन में सीएनजी भराने के लिए हर दिन 40 से 50 मिनट बर्बाद करना पड़ रहा है। इनमें फोर व्हीलर और थ्री व्हीलर की संख्या अधिक है। वाहनधारकों को जल्द से जल्द सीएनजी देने के लिए कर्मचारी भी तनाव और जल्दबादी में काम करते हैं। टंकी में सीएनजी भरने पर उसका प्रेशर 450 पौंड रहता है। इस दौरान कोई घटना होती है तो जानमाल के नुकसान की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में पुणे में वाहनोंकी संख्या को देखते हुए सीएनजी पंप बढ़ाने की जरूरत है।

 हर दिन 7 लाख किलो सीएनजी की बिक्री

पुणे में 60 पंपों से हर दिन सात से साढ़े सात लाख किलो सीएनजी की बिक्री होती है। पेट्रोल,डीजल की कीमतों में इजाफा होने पर इसकी बिक्री बढ़ जाती है। पुणे मे वाहनों की संख्या को देखते हुए इसकी बिक्री में जल्द बढ़ोत्तरी होगी।