पुणे

Published: Jul 09, 2021 09:29 PM IST

Politicsइंजन खराब हो गया, कोच बदलने से कोई फायदा नहीं - केंद्र सरकार पर नाना पटोले की तीखी आलोचना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पुणे. कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले (State President Nana Patole) ने केंद्र में कैबिनेट परिवर्तन (Cabinet Change) की आलोचना करते हुए कहा है कि कोच बदलने से कोई फायदा नहीं, इंजन (Engine) खराब हो गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारी महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) का वाहन अच्छा है और चालक भी अच्छा है। 

राहुल गांधी सही हैं

पुणे में कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि बीजेपी की संस्कृति झूठ बोलने की है। नरेंद्र मोदी झूठ बोलकर सत्ता में आए, परसो विधानसभा में विपक्ष के नेता ने झूठ बोला।  एक तरफ वे गालियों के लिए माफी मांग रहे हैं, दूसरी ओर कहते हैं कि कोई गालियां नहीं दी है। पटोले ने कहा, कांग्रेस में नेतृत्व का कोई मुद्दा नहीं है, आंतरिक लोकतंत्र है। अब हर कोई सोचता है कि राहुल गांधी सही हैं।   देश को इस बात का एहसास हो गया है कि उनके द्वारा मूल्यवर्ग, जीएसटी, कोरोना पर उठाए गए मुद्दे सही हैं।  पटोले ने दावा किया कि यह देश में बदलाव का संकेत है। केंद्र सरकार ने सहकारिता मंत्रालय को बना दिया है। उनकी मंशा अभी नहीं बताई जा सकती है। लेकिन तथ्य यह है कि चंद्रकांत पाटिल ने राज्य में चीनी मिलों की जांच में नितिन गड़करी की फैक्ट्रियों का नाम लिया, यह कुछ अलग है। प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देश में ईडी और सीबीआई जैसे महत्वपूर्ण संस्थान हैं।  फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि वह पद छोड़ने के बाद क्या करेंगे।  पटोले ने विश्वास जताया कि राज्य में वहां गए कई लोग जल्द ही लौटते नजर आएंगे।  इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री विश्वजीत कदम, विधायक शरद रानापिसे, अध्यक्ष रमेश बागवे, पूर्व विधायक उल्हास पवार, बालासाहेब शिवरकर, मोहन जोशी, दीप्ति चावधारी सहित पूर्व जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी मौजूद थे। 

फडणवीस ने दिया जवाब 

 नाना पटोले की आलोचना का जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा, ‘क्या कोच बदलना नहीं बल्कि इंजन बदलना उपयोगी है?  ऐसा जवाब पेश करते हुए उन्होंने कहा कि इंजन की समस्या कांग्रेस पार्टी से है,  जो केंद्र और राज्य दोनों में है। फडणवीस ने कहा कि ओबीसी के मुद्दे पर भाजपा के 12 विधायकों को निलंबित कर दिया गया है। 12 विधायकों के निलंबन का मतलब है कि सरकार ने लोकतंत्र को फांसी पर लटकाने का काम किया है।  सरकार स्थानीय निकाय चुनाव तक का समय देना चाहती है।  हमारे 12 विधायकों को गलत तरीके से निलंबित कर दिया गया था।   इसके खिलाफ हम लोगों के पास जाएंगे और जरूरत पड़ने पर समाधान के लिए अदालत जाएंगे।