पुणे

Published: Mar 29, 2022 06:04 PM IST

Pimpri-Chinchwadपिंपरी-चिंचवड़ में बीजेपी के सत्ताकाल में बढ़ा भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का प्रमाण, संजोग वाघेरे का आरोप

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शासन काल में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) के नेतृत्व में पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) का सुनियोजित विकास हुआ। हालांकि बीजेपी (BJP) के शासन काल में महानगरपालिका में सिर्फ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का बोलबाला रहा, जिसने शहर के विकास पर ब्रेक लगा दिया है। शहर के विकास में तेजी लाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ खड़े हों, यह अपील पूर्व महापौर और एनसीपी के पूर्व शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे-पाटिल (Sanjog Patil) ने की।

पार्टी के शहराध्यक्ष अजीत गव्हाणे के नेतृत्त्व में शहर भर शुरू संपर्क अभियान के तहत प्रभाग क्रमांक-30, पिंपरीगांव में आयोजित सभा में पाटिल ने कहा कि पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में एनसीपी 2002 से 2017 तक सत्ता में थी। इन 15 वर्षों के दौरान, शहर ने बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से प्रगति की। पिंपरी-चिंचवड़ ने देश के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक के रूप में राष्ट्रीय पहचान हासिल की है। शहर के हर तत्व का विकास हमेशा से एनसीपी का उद्देश्य रहा है। हालांकि, पिछली बार बहुत ही भ्रामक वादों के साथ बीजेपी सत्ता में आई थी। पिछले पांच वर्षों में शहर के विकास की गति धीमी हो गई है क्योंकि बीजेपी नेताओं और पदाधिकारियों ने शहर के विकास के बजाय अपने स्वयं के विकास लक्ष्य निर्धारित किया। 

शहर के विकास के लिए एनसीपी का साथ देने की अपील

आज शहरभर में पानी की आपूर्ति से सड़कें, कचरा, स्वास्थ्य समेत कई अन्य समस्याएं पैदा हो गई हैं। केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ही इन समस्याओं को हल कर सकती है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने काम को जनता तक पहुंचाने के लिए अभी से काम करना शुरू कर देना चाहिए। वाघेरे पाटिल ने भी लोगों से शहर के विकास के लिए साथ देने की अपील की। इस मौके पर पूर्व उपमहापौर डब्बू आसवानी, प्रभाकर वाघेरे, स्थायी समिति की पूर्व अध्यक्षा उषा वाघेरे, नगरसेवक श्याम लांडे, शिक्षण मंडल के पूर्व अध्यक्ष फजल शेख, प्रसाद शेट्टी, चर्मकार महामंडल के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेश्वर कांबले सहित पार्टी के नगरसेवक, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और प्रभाग के नागिरक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।