पुणे

Published: Dec 27, 2021 04:50 PM IST

Pimpri Police Commissioner Injuredहत्या के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, कमिश्नर कृष्ण प्रकाश समेत कई पुलिसकर्मी घायल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी : किसी हिंदी फिल्म की स्टोरी की तरह पिंपरी चिंचवड़ पुलिस (Pimpri Chinchwad Police) और हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपियों के बीच सोमवार को मुठभेड़ हुई है। पुलिस को खबर मिली थी कि पिंपले गुरव इलाके में हुई शातिर बदमाश की हत्या के आरोपी चाकण (Chakan) के पास जंगल में छिपे हुए हैं। जिसके अनुसार पुलिस की चार टीमों ने ऑपरेशन चलाया, जिसमें खुद पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) कृष्ण प्रकाश (Krishna Prakash) भी शामिल हुए। बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर फायरिंग की गई जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। फायरिंग के बाद भागते वक्त पुलिस कमिश्नर ने एक छोटा पेड़ उखाड़कर बदमाशों की दिशा में फेंक मारा, जिसके लगने से बदमाश नीचे गिर गए और पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।

इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश समेत कुछ पुलिस कर्मचारी मामूली तौर पर चोटिल हुए हैं। धरपकड़ के दौरान बदमाश काबू में नहीं आ रहे थे नतीजन पुलिस ने बल का प्रयोग कर उन्हें पकड़कर सलाखों के पीछे डाल दिया। उनके पास से दो पिस्तौल बरामद की गई है। गिरफ्तार बदमाशों के नाम गणेश हनुमंत मोटे (23, निवासी सांगवी, पुणे, मूल निवासी वैराग, मोहोल, सोलापुर), महेश तुकाराम माने (23, निवासी कवडेनगर सांगवी पुणे मूल निवासी पाठसांगवी भुम, उस्मानाबाद), अश्विन आनंदराव यादव (21, निवासी काटेपुरम चौक, विनायकनगर, नवी सागंवी मूल निवासी श्रीपत पिंपरी, बार्शी, सोलापुर) है। उन पर  योगेश रविंद्र जगताप (36, निवासी पिंपले गुरव, पुणे) नामक शातिर बदमाश की हत्या का आरोप है।

यह है पूरा मामला

आज एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस उपायुक्त मंचक इप्पर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 18 दिसंबर को पिंपले गुरव के काटेपुरम चौक में योगेश जगताप की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में सांगवी पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर एक किशोर उम्र के लड़के को हिरासत में लिया। हालांकि मुख्य आरोपी गणेश मोटे समेत तीन आरोपी फरार चल रहे थे। रविवार की रात पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश आलंदी पुलिस थाने पहुंचे थे। तब उन्हें इन फरार बदमाशों के चाकण के कोये कुरकुंडी के जंगल में छिपे रहने की जानकारी मिली। इसके अनुसार पुलिस की चार टीमें गठित कर ऑपरेशन शुरू किया गया। इसमें से एक टीम में खुद पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश भी शामिल हुए। जब पुलिस टीम वहां पहुंची तब आरोपी जंगल में रहे एक घर में छिपे बैठे थे।

स्थानीय पुलिस के जरिये घर की रेकी गई

पुलिस टीमें अलग अलग दिशा से चारों तरफ से घेरते हुए आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी। तब जंगल में रहे उक्त घर के पास की झाड़ियों में बिना नंबर प्लेट की एक काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल नजर आई। पहले पुलिस पाटिल और स्थानीय पुलिस के जरिये उस घर की रेकी गई। इसके बाद जब पुलिस उन्हें दबोचने के लिए आगे बढ़ी उन्हें शक हो गया और वे जंगल में भागने लगे। इस दौरान दो बदमाशों ने पुलिस की दो टीमों पर दो राउंड फायरिंग की। जवाब में सांगवी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील टोनपे और सहायक पुलिस निरीक्षक सतीश कांबले ने भी बदमाशों की दिशा में फायर किए। फायरिंग करते हुए बदमाश झाड़ियों में से जंगल की ओर भाग रहे थे तब पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने एक छोटा पेड़ उखाड़कर उनकी दिशा में फेंका, जिससे बदमाश नीचे गिर गए। इसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच छीनाझपटी शुरू हो गई जिसमें बदमाश ज्यादा आक्रामक हो गए। हालांकि पुलिस ने बल का प्रयोग कर उन्हें दबोच लिया। इस छीनाझपटी में पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश और चार से पांच पुलिस कर्मचारी मामूली तौर पर चोटिल हुए हैं। सांगवी पुलिस में हत्या के मामले के साथ उक्त आरोपियों के खिलाफ चाकण पुलिस थाने में पुलिस पर फायरिंग कर हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में सहायक पुलिस निरीक्षक सतिश कांबले ने शिकायत दर्ज कराई है। इस पूरी कार्रवाई को पुलिस कमिश्नर कृष्णप्रकाश, सहायक पुलिस आयुक्त प्रशांत अमृतकर, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनिल टोणपे, सहायक निरीक्षक सतिश कांबले, हरीश माने के नेतृत्व वाली पुलिस टीमों ने अंजाम दिया।