पुणे

Published: Sep 11, 2022 05:14 PM IST

Pimpri Newsआईटी पार्क में कूड़ा मुक्ति का 'नेरे- मारुंजी पैटर्न'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पिंपरी : जहां आईटी (IT) की जगमगाहट में हिंजवड़ी (Hinjewadi) और आसपास के गांवों (Villages) का चेहरा बदल गया है, वहीं सड़कों (Roads) पर कूड़े (Garbage) के ढेर इस खूबसूरत चेहरे का नक्शा बिगाड़ रहे हैं। इस पर काबू पाने के लिए अब स्थानीय ग्रामीणों ने कमर कस ली है। कूड़ा मुक्त गांव के लिए अपना ‘नेरे- मारुंजी पैटर्न’ (Nere-Marunji Pattern) तैयार कर एक अनोखी पहल और अस्वच्छता के खिलाफ अनोखे अंदाज में लड़ाई शुरू है। इसके अंतर्गत अब खुले में कूड़ा फेंकने वालों को खुले में ही कान पकड़कर उठक-बैठक का प्रसाद और उसके अलावा पुलिसिया कार्रवाई के साथ-साथ पांच हजार का जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है।

कूड़ा निपटारे के लिए हिंजवड़ी की नेरे-मारुंजी ग्राम पंचायत ने विभिन्न संगठनों को घरेलू कचरा संग्रहण के लिए लाखों रुपए के टेंडर दिए हैं। तदनुसार, आठ से दस घन्टा गाड़ियां घर-घर जाती हैं और कूड़ा संग्रहण करती है। इसके बावजूद कुछ लोग चोरी-छिपे नेरे-मरुंजी मुख्य मार्ग पर बिना खुले कूड़ा फेंक रहे हैं। इससे सड़क पर कूड़े के ढेर जमा हो जाते हैं और दुर्गंध और गंदगी फैल जाती है। यह गंदगी लोगों की सेहत के लिए हानिकारक होती है। इसके अलावा खुले में जमा कूड़े ढेरों से ग्राम पंचायत और स्थानीय ग्रामीणों की छवि खराब हो रही है। क्योंकि आईटी पार्क की वजह से हिंजवड़ी और आसपास के गांव दुनिया के नक्शे पर पहचाने जा रहे हैं।

यह है कचरा मुक्ति का पैटर्न

खुले में कूड़ा न फेंकने को लेकर जन जागरूकता, उपाय, विज्ञापनबाजी, आह्वान और खुले में कूड़ा फेंकने के दंडात्मक कार्रवाई जैसे उपाययोजनाओं के बावजूद सड़कों पर कूड़े के ढेर बढ़ते ही जा रहे हैं। इस तसवीर को बदलने के लिए स्थानीय ग्रामीण प्रभाकर शिंदे, बाबूराव बुचडे, संदीप जाधव, गजानन शिंदे, विशाल सावंत, रोहित जाधव, सुग्रीव कदम, अजीत पवार सहित अन्य ग्रामीणों ने आगे आकर अपना अलग ही ‘नेरे-मारुंजी पैटर्न’ बनाया। इस पैटर्न के अनुसार इस टीम के दो सदस्य दिन में और दो रात में कूड़े के ढेर के आसपास छिप जाते हैं। अपनी निगरानी में कूड़े को खुले में फ़ेंकनेवालों को रंगे हाथों पकड़कर उनसे सबके सामने उठक बैठक कराई जाती है। इसके बाद उन्हें ग्राम पंचायत कार्यालय ले जाया जाता है, जहां पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाता है। यही नहीं इस दौरान ज्यादा ‘तीन- पांच’ करने लगता है तो उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई जाती है।

कचरा मुक्त ग्राम अभियान

पिछले कुछ दिनों में खुले में कचरा फेंकनेवालों को उठक बैठक कराने की कार्रवाई के वीडियो आईटी क्षेत्र में तेजी से वायरल हो रहे है। इसका सकारात्मक असर भी नजर आ रहा है, यहां कचरे की मात्रा काफी हद तक कम हो गई है। पिंपरी-चिंचवड की स्थानीय हिंजवड़ी पुलिस ग्रामीणों की मदद के लिए आगे आई है। इससे स्वच्छता दूतों की ताकत और बढ़ गई है। ग्रामीणों ने कहा कि जल्द ही ग्रामीण, विभिन्न सामाजिक संगठन, छात्र कचरा मुक्त ग्राम अभियान के लिए मानव श्रृंखला बनाएंगे। हिंजवड़ी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ. विवेक मुगलीकर ने कहा कि, अवैध रूप से खुले में कचरा फेंकने से लोगों को दुर्गंध के साथ-साथ लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए यदि ग्राम पंचायत के कर्मचारी हमारे पास लाते हैं तो हम बिना दिक्कत संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे। ऐसे में नागरिकों को ध्यान रखना चाहिए और सार्वजनिक स्वच्छता को प्राथमिकता देनी चाहिए।