पुणे

Published: Oct 22, 2021 05:59 PM IST

Sugar Mills अकेले जरेंडेश्‍वर नहीं, राज्यभर में हुई 65 चीनी मिलों की बिक्री: अजीत पवार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Photo:ANI

पुणे :  राज्य की सहकारी चीनी मिलों में घोटालों की कई खबरें आ रही हैं, लेकिन मैंने जवाब देने से परहेज किया। चीनी कारखाने की जांच एनसीबी (NCP), पुलिस (Police) और सहकारिता विभागों जैसी विभिन्न एजेंसियों ने की थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। विरोधियों ने चीनी मिल (Sugar Mills) पर झूठे आंकड़े प्रकाशित करने का आरोप लगाया। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) ने 25 हजार करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार को निराधार और बेबुनियाद बताकर पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 15 वर्षों में, 65 सहकारी चीनी मिलों को बेचा गया या संचालित करने की अनुमति दी गई है। इनमें से कुछ कारखाने फडणवीस सरकार के दौरान भी बेचे गए थे। कुछ फैक्ट्रियां तो दो से चार करोड़ रुपये में बिकी हैं। यह दावा करते हुए उपमुख्यमंत्री इन सभी कारखानों की सूची पेश की और कहा कि अब आपको पता लगाना है कि कारखानों को किसने खरीदा है।

जरेंडेश्‍वर सहकारी चीनी मिल की बिक्री पूर्णत: वैध है।  सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सहकारी बैंक ने फैक्ट्री को बेच दिया है। इसमें कोई घोटाला या अनियमितता नहीं थी। केवल मानहानि की जा रही है, यह सफाई देते हुए अजीत पवार ने 65 फैक्ट्रियों की सूची पढ़ी और पढ़कर बताया कि किस फैक्ट्री को कितने में बेचा गया। जरेंडेश्‍वर के लेन-देन में कुछ भी गलत नहीं था, जबकि सब कुछ कुछ नियमों के अनुसार किया जा रहा है, केवल मानहानि की जा रही है। फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

सच्चाई सामने आएगी

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इससे सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने 65 फैक्ट्रियों की सूची पढ़ते हुए किसी राजनीतिक नेता का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि आपको उन कंपनियों के नाम पढ़कर पता चल जायेगा किन्होंने ये फैक्ट्रियां खरीदीं। मुझे उन लोगों के बारे में कुछ नहीं कहना है जो आरोप लगाकर बदनाम करते हैं। वह उनके खिलाफ कोर्ट भी नहीं जाएंगे। मैं उस तरह का काम नहीं करता। यह कहते हुए कि उनके पास करने के लिए काफी काम हैं, अजीत पवार ने पूर्व सांसद किरीट सोमैया का नाम लेने से भी परहेज किया।

नियम सबके लिए समान हैं 

उन्होंने कहा कि नियम सबके लिए समान हैं इसलिए आज हम सभी दस्तावेज लेकर आए हैं। जरंडेश्वर राज्य का एकमात्र चीनी कारखाना नहीं है। अजीत पवार ने राज्य भर की कई फैक्ट्रियों की सूची पढ़ने के बाद जानकारी दी कि इन फैक्ट्रियों का मालिक कौन है और उन्होंने कितना खरीदा। साथ ही जहां फैक्ट्री कांड में मेरे रिश्तेदारों को बदनाम किया जा रहा है, वहीं मीडिया में कुछ लोग मुझे बदनाम करने के लिए बदनाम भी कर रहे हैं, लेकिन पूरा महाराष्ट्र जानती है कि मैं क्या हूं। राज्य में 65 सहकारी चीनी मिलों का अधिग्रहण किया गया है, जबकि कुछ मिलों को एक ने खरीद कर दूसरे को चलाने की अनुमति दी है। राज्य सरकार की अनुमति से राज्य के शिखर बैंकों ने 30 सहकारी चीनी मिलें बेचीं। जिला मध्यवर्ती बैंक ने छह सहकारी चीनी मिलें बेचीं। तीनों सहकारी चीनी मिलें स्वयं फैक्ट्रियों द्वारा बेची गईं। 

12 सहकारी चीनी मिलें फिलहाल लीज पर चल रही 

प्रदेश में 12 सहकारी चीनी मिलें फिलहाल लीज पर चल रही हैं। उन्होंने पुणे में ट्रैफिक जाम पर भी टिप्पणी की। पुणे के सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी चौक पर ट्रैफिक जाम को देखते हुए पुणे मेट्रो ब्रिज का काम दिवाली के आसपास शुरू हो जाएगा। इस मेट्रो के निर्माण के लिए नागपुर मेट्रो पैटर्न का इस्तेमाल किया जाएगा और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मैं इस पुल के भूमिपूजन के लिए आएंगे। साथ ही अजीत पवार ने मेट्रो फ्लाईओवर के काम में तेजी लाने का भरोसा दिलाया।